एनएसयूआइ की भूख हड़ताल जारी, नीट व जेईई का विरोध Aligarh news
एनएसयूआइ का गांधीपार्क में अनिश्चितकालीन धरना व भूख हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परीक्षा को स्थगित करने की मांग उठाई।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में नीट व जेईई के खिलाफ कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआइ का गांधीपार्क में अनिश्चितकालीन धरना व भूख हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए परीक्षा को स्थगित करने की मांग उठाई। पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक विवेक बंसल समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं ने धरना-स्थल पर पहुंचकर छात्रों का उत्साह बढ़ाया।
गांधी प्रतिमा के नीचे शुरू हुए धरने को संबोधित करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष हनी यादव ने कहा कि सरकार को लाखों छात्रों व युवाओं की जिंदगी की कोई ङ्क्षचता नहीं, तभी हठधर्मिता दिखाते हुए परीक्षा कराने पर अडिग है। सरकार को पहले कोरोना महामारी पर प्रभावी रोक लगानी चाहिए, उसके बाद ही यह परीक्षा करानी चाहिए। छात्र नेता प्रशांत कुमार, विकास यादव , कपिल कुमार व आकाश मसीह ने परीक्षाएं निरस्त करने की मांग उठाई। एनएसयूआइ राष्ट्रीय महासचिव अनुशेष शर्मा ने सभी छात्र नेताओं की राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन से दूरभाष के माध्यम से वार्ता कराई। कांग्रेस जिला अध्यक्ष चौ. सुरेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी छात्रों के साथ है। उनके हक के लिए कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेगी।
यूथ कांग्रेस भी धरने पर पहुंची
यूथ कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष आनंद बघेल अपने साथियों के साथ छात्रों को समर्थन देने पहुंचे। बघेल ने कहा कि अध्यापकों व छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर यह निर्णय बिल्कुल भी ठीक नहीं है। आसिफ सैफी , अरशद अब्बासी, हाशिम सैफी, हरिओम माहोर, अकबर भाई, सनी प्रजापति, विशाल माहोर, आदि मौजूद रहे आदि मौजूद रहे।
परीक्षा टालने की जरूरत नहीं
शिक्षाविद डॉ. रक्षपाल सिंह ने कहा कि नीट व जेईई टालने की मांग करने की कोई जरूरत नहीं है। यूपी में करीब एक लाख परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बीएड प्रवेश परीक्षा में लगभग साढ़ चार लाख परीक्षार्थी बैठे थे। वो भी सफलतापूर्वक संपन्न हुई, इसलिए परीक्षाएं टालने की मांग उठाना जरूरी नहीं है।
लोकतंत्र में हो छात्रों की मांग का सम्मान
पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौ. बिजेंद्र ङ्क्षसह भी अपने सहयोगियों के साथ धरने पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी बढ़ रही है। कई राज्यों में बाढ़ आई हुई है। अर्थतंत्र गड़बड़ाया हुआ है। ऐसे हालात में इतनी बड़ी परीक्षा कराना किसी भी ²ष्टि से ठीक नहीं। लोकतंत्र में छात्रों की मांग का सम्मान करना चाहिए।
मनमानी कर रही सरकार
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक विवेक बंसल भी सुरेश लोधी, वीरी ङ्क्षसह बंजारा, तारिक ख्वाजा, अनीता करौतिया, असद फारूक आदि के साथ छात्रों की भूख हड़ताल को समर्थन करने पहुंचे। कहा, यह कैसी ङ्क्षवडबना है कि छात्रों को अपनी ङ्क्षजदगी की खातिर धरना और भूख हड़ताल करनी पड़ रही है।