अब विद्यार्थी देंगे कालेज में वैक्सीनेशन की रिपोर्ट, लोगों को करेंगे जागरूक
कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के कंधों पर नई जिम्मेदारी आ रही है। कोविड-19 वैक्सीनेशन की रिपोर्ट विद्यार्थी कालेज में आकर बताएंगे। यह रिपोर्ट उनको वैक्सीनेशन कराने के बाद नहीं बल्कि अपने स्वजन व आस-पड़ोस वालों को वैक्सीन के दोनों टीके लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे।
अलीगढ़ , जागरण संवाददाता। माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के कंधों पर नई जिम्मेदारी आ रही है। कोविड-19 वैक्सीनेशन की रिपोर्ट विद्यार्थी कालेज में आकर बताएंगे। यह रिपोर्ट उनको वैक्सीनेशन कराने के बाद नहीं बल्कि अपने स्वजन व आस-पड़ोस वालों को वैक्सीन के दोनों टीके लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। सभी स्वजन व ज्यादा से ज्यादा को दोनों टीके लगवाने की रिपोर्ट देने वाले विद्यार्थी सम्मानित भी किए जाएंगे।
विद्यार्थियों की रही है अहम भूमिका
कोविड-19 वैक्सीनेशन में शामिल होकर लोगों ने एक टीका तो लगवाया मगर दूसरा टीका लगवाने वालों की संख्या कम है। अब शासन ने वैक्सीन के दोनों टीके लगाने की रफ्तार बढ़ाने की ओर कदम बढ़ाया है। इसके तहत जिलास्तर पर शिक्षाधिकारियों ने प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर इस तरह वैक्सीनेशन के दोनों टीके शत-प्रतिशत लगवाने की दिशा में योजना बनाई है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि जब पहला टीका लगवाना था तब भी विद्यार्थियों ने इस तरह की मुहिम में साथ निभाया था। अब दोनों टीके लगवाने के लिए भी छात्र-छात्राएं ये जिम्मेदारी निभाएंगे। इसके लिए उनको कुछ प्रयास नहीं करने हैं न ही धन खर्च करना है। अपने स्वजन जिनके दोनों टीके नहीं लगे हैं उनको टीका लगवाना है। ऐसे कितने लोगों को प्रेरित कर दूसरा टीका लगवाया इसकी रिपोर्ट कक्षा में अपने शिक्षक को दर्ज कराएंगे। बेहतर प्रयास करने वाले विद्यार्थियों को विद्यालय स्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा।
अवकाश में वेरीफायर बनेंगे तो उपार्जित अवकाश लेंगे
अलीगढ़ । बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अवकाश के दिनों में भी वैक्सीनेशन कर ड्यूटी में लगाए जा रहे हैं। शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने की मुहिम में शिक्षक वेरीफायर की भूमिका में अवकाश के दिनों में भी सेवाएं दे रहे हैं। इसके सापेक्ष उन्होंने उपार्जित अवकाश देने की मांग भी अफसरों से की है।किसी भी दिन अगर वैक्सीनेशन का पहला या दूसरा टीका लगने का शेड्यूल है और चिकित्सकों की टीम विद्यालयों में बैठती है तो वहां शिक्षक भी वेरीफायर के तौर पर मौजूद रहेंगे, ऐसी व्यवस्था बनाई गई है। गुरुनानक देव जी की जयंती पर अवकाश था लेकिन शिक्षक अपनी ड्यूटी पर थे। इस पर उत्तरप्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर उपार्जित अवकाश देने की मांग भी उठाई है। कहा कि एक हफ्ते में अगर शिक्षकों को उपार्जित अवकाश देने की व्यवस्था नहीं की गई तो अवकाश में ड्यूटी से पीछे न हटने की तरह शिक्षक बीएसए दफ्तर पर धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।