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अब लोगों का विश्वास जीतने में जुटी पुलिस, ये है वजह Aligarh News

जनपद के गौंडा थाने में विधायक और एसओ में हुए विवाद की जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। गलती किस की रही यह जांच जांच का विषय है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 11:50 PM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 08:10 AM (IST)
अब लोगों का विश्वास जीतने में जुटी पुलिस, ये है वजह Aligarh News
अब लोगों का विश्वास जीतने में जुटी पुलिस, ये है वजह Aligarh News

अलीगढ़ जेएनएन : जनपद के गौंडा थाने में विधायक और एसओ में हुए विवाद की जांच रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। गलती किस की रही, यह जांच जांच का विषय है। इस विवाद के बाद से थाने में आने वाले फरियादियों की संख्या कम हो गई है। विवाद बुधवार को हुआ। इससे बाद गुरुवार व शुक्रवार को थाने में मात्र चार-पांच ही फरियादी आए, जबकि यह संख्या पहले 20 से 25 तक होती थी। इससे चिंतित पुलिस अब लोगों का विश्वास जीतने में जुट गई है। इसके लिए नए एसपी देहात शुभम पटेल ने शुक्रवार को थाने के स्टाफ के कामकाज की समीक्षा की। लोगों से मिलने, उनकी समस्याएं जानने और फरियादियों की शिकायतें गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। दुव्र्यवहार की शिकायतें न आने की चेतावनी भी दी। 

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बुधवार को एक कार्यकर्ता पर दर्ज किए गए क्रॉस मुकदमे के विरोध में इगलास के भाजपा विधायक राजकुमार सहयोगी गौंडा थाने पहुंचे थे। यहां एसओ व विधायक में मारपीट हो गई। इसके बाद लोगों ने थाने पर प्रदर्शन किया। इसकी गूंज शासन तक पहुंची तो एसओ का निलंबन और एसपी देहात का ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद से ही थाने में सन्नाटा पसरा है। 

थाने में कम स्टाफ, सभी से बात 

सूत्रों के मुताबिक आइजी ने उन सभी लोगों के बयान लिए हैं, जो घटना के वक्त थाने में मौजूद रहे थे। इनमें एसओ व दो दारोगा से दफ्तर में बात की। दो मुंशियों, हमराह व अन्य आसपास के दुकानदारों से पूछताछ के लिए उन्होंने सीओ इगलास को निर्देश दिए। एसपी क्राइम व एसपी देहात ने भी लोगों से बात की।

सीसीटीवी में छिपी सच्चाई  

थाने के एक सीसीटीवी में पूरी घटना कैद हुई है, लेकिन फुटेज करप्ट हैं। इसके लिए लखनऊ की तकनीकी टीम से भी मदद ली जा रही है, ताकि फुटेज से सच्चाई सामने आ सके। 

थाने में बैठे दिखे तत्कालीन एसओ 

थाने में फिलहाल दारोगा सतीश कामकाज संभाल रहे हैं, लेकिन शुक्रवार को शाम के समय निलंबित एसओ अनुज कुमार सैनी थाने के कंप्यूटर रूम में ही थे। गुरुवार को भी वे एसओ की कुर्सी पर बैठे दिखे थे। किसी से बात करने से इन्कार कर दिया। 

रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय भेजी जा चुकी है। अब जो भी निर्देश मिलेंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। थाने के एक सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद होने की बात बताई जा रही है, लेकिन उसका फुटेज नहीं मिला है। तकनीकी टीम लगी हुई है। 

दीपक रतन, आइजी, अलीगढ़ 


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