अलीगढ़: अब घर के नजदीक मिलेगी अंतरा और छाया की सुविधा
परिवार नियोजन के साधन अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली के लिए इच्छुक दंपतियों को जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं जाना पड़ेगा। अब ये घर के पास ही उप स्वास्थ्य केंद्र पर मिल जाएंगे। इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क किया जा सकता है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता: परिवार नियोजन के साधन अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली के लिए इच्छुक दंपतियों को जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं जाना पड़ेगा। अब ये घर के पास ही उप स्वास्थ्य केंद्र पर मिल जाएंगे। इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क किया जा सकता है। दंपत्तियों को जागरूक करने के लिए स्टाफ का प्रशिक्षण शुरू होगा।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. खानचंद्र ने बताया कि सही समय पर गर्भधारण, बच्चों के मध्य उचित अंतराल, मातृ एवं शिशु मृत्यु को कम करने में गर्भ निरोधक साधन उपयोगी हैं। 20 वर्ष से कम आयु में गर्भधारण करने वाली माताओं व उनके शिशुओं में मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है। अंतरा व छाया गर्भधारण रोकने के लिए प्रचलित माध्यम है। अंतरा इंजेक्शन प्रत्येक तीन महीने पर दिया जाता है। यह लंबी अवधि तक गर्भधारण से बचाता है। बच्चों के मध्य अंतराल बढ़ाने में सहायता करता है। इसका इस्तेमाल 45 साल तक की महिलाएं कर सकती है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी यह सुरक्षित है। गर्भाशय और अंडाशय के कैंसर से बचाव भी करता है। छाया ओरल पिल्स है। इसे तीन महीने तक सप्ताह में दो बार, उसके बाद सप्ताह में एक बार लेना होता है। यह किसी भी उम्र में खाई जा सकती है।
हर दंपती तक पहुंच
परिवार नियोजन विशेषज्ञ महरोज तसलीम ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान अभी तक अंतरा इंजेक्शन व छाया गोली केवल बड़े सरकारी अस्पतालों व सीएचसी पर ही उपलब्ध थी। इससे काफी इच्छुक दंपतियों को अंतरा व छाया नहीं मिल पाते थे। परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत अब हर दंपती तक इनकी पहुंच होगी। अब बुधवार व शनिवार को उपस्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल व सार्वजनिक भवनों में मनाए जाने वाले ग्राम स्वास्थ्य व पोषण दिवस को छाया ग्राम स्वास्थ्य व पोषण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। अन्य आयोजन रोस्टर के अनुसार होते हैं। इनमें कंडोम, नसबंदी व अन्य गर्भनिरोधकों के अलावा छाया गोली को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जाएगा। अंतरा इंजेक्शन के प्रति दंपतियों को जागरूक किया जाएगा। शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी यह सुविधा मिलेगी।