Move to Jagran APP

New system : नौनिहालों के लिए कुछ करके दिखाने वाला महीना होगा नवंबर व दिसंबर

New system नौनिहालों की गतिविधियां अब कागजों तक सिमटी नहीं रहेगी बल्‍कि इन्‍हें मैदान पर लाया जाएगा। नवंबर व दिसंबर का महीना बच्‍चों के लिए कुछ करके सीखने वाला होगा। नया प्रयोग सरकारी स्‍कूलों के विद्यार्थियों के लिए शिक्षण का हिस्‍सा होगा।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2022 01:09 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 01:10 PM (IST)
New system : नौनिहालों के लिए कुछ करके दिखाने वाला महीना होगा नवंबर व दिसंबर
कक्षा एक से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को कुछ करके सिखाने की दिशा में नया कदम बढ़ाया गया है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। New system : कक्षा एक से आठवीं तक के छात्र-छात्राओं को कुछ करके सिखाने की दिशा में नया कदम बढ़ाया गया है। रोज किताब-कापी लेकर ब्लैक बोर्ड से पाठ्य सामग्री नोट करके पढ़ाई करने की प्रक्रिया से हटकर नौनिहालों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत छात्र-छात्राओं के लिए नवंबर व दिसंबर दो महीने कुछ करके सीखने वाले होंगे। अब गतिविधियां केवल कागज में सिमट कर नहीं रहेंगी बल्कि मैदान पर इनको कराया जाएगा।

loksabha election banner

प्रदर्शनी में बच्‍चों के बनाए सामानों का होगा प्रदर्शन 

नया प्रयोग सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए शिक्षण का हिस्सा होगा। अक्टूबर के प्रथम व द्वितीय सप्ताह में प्रदर्शनी का आयोजन स्कूलों में किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में बच्चे खुद से बनाए सामान को प्रदर्शित करेंगे। दूसरे सप्ताह में रोल प्ले आधारित, तीसरे सप्ताह में पठन आधारित व चौथे सप्ताह में कहानी कहने आदि की गतिविधियां कराई जाएंगी। इसके बाद नवंबर व दिसंबर में बच्चे खुद कुछ क्रियात्मक करके तैयार की हुई विषय सामग्री को प्रदर्शित करेंगे।

खुले मैदान में करायी जाएंगी गतिविधियां 

नवंबर में क्लास से बाहर लाकर विद्यार्थियों को खुले मैदान में पत्र लेखन, कला, पेंटिंग के साथ दिखाएं व बताएं आदि गतिविधियां कराई जाएंगी। खेल खोज व गतिविधि आधारित शिक्षण क साथ अनुभवात्मक विधियों के माध्यम से शिक्षकों को शिक्षण का प्रयास करना है। दिसंबर में अभिभावकों को भी स्कूल में बुलाया जाएगा। अभिभावक अपने संबंधित व्यवसाय के अनुभवों को विद्यालयों में विद्यार्थियों के बीच शिक्षकों के साथ साझा करेंगे। बच्चे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। गतिविधियों को संवादात्मक रखने के लिए ये प्रयास होगा।

इनका कहना है

बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि यह कार्यक्रम सीखने की प्रक्रिया को सरल व आनंददायक बनाने के लिए है। तय समय पर विद्यालयों में इसका क्रियान्वयन कराया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.