कृषि कानून में स्याही के अलावा कुछ भी काला नहीं : वीके सिंह
केंद्रीय सड़क परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री ने किसान आंदोलन को बताया औचित्यहीन अलीगढ़ की राजकीय औद्योगिक व कृषि प्रदर्शनी का किया शुभारंभ -आगरा व गाजियाबाद हाईवे की खराब स्थिति पर नाराजगी जताई।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में चल रहे आंदोलन को केंद्रीय सड़क, परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने औचित्यहीन बताया है। कहा, कृषि कानून में ऐसी कोई चीज नहीं है, जो किसानों के खिलाफ हो। किसान नेता राकेश टिकैत कृषि बिल पर पहले कहते हैं कि मेरे पिताजी का सपना पूरा हो गया, उसके बाद कहते हैं कि यह काला कानून है। मगर, कानून में स्याही के अलावा कुछ भी काला नहीं है। 26 जनवरी को दिल्ली में जो कुछ हुआ, उसके बाद सख्ती करना पुलिस की मजबूरी है।
शुक्रवार को अलीगढ़ पहुंचे मंत्री ने राजकीय औद्योगिक व कृषि प्रदर्शनी (नुमाइश) का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी और मेलों को एकता का प्रतीक बताया। कहा, अंग्रेजों ने देश पर राज करने के लिए आपसी फूट डालने का काम किया था। आज हम उसी ढर्रे पर हैं,इसलिए संभलने की जरूरत है। इससे पहले उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिल्ली के आंदोलन पर चिंता जताई। कहा, कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन को पहचानने की जरूरत है। नारे लगाकर बैठ जाओ तो फोटो खिंचवाने के लिए बहुत आ जाते हैं। उन्होंने अलीगढ़-आगरा हाईवे व गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे की खराब स्थिति पर नाराजगी जताई। कहा, इस हाईवे की जानकारी है। काम में कुछ गलतियां हैं, जो अधिकारियों को बताई जाएंगी। प्रोजेक्ट पर सही तरह काम न होने पर कंपनी बदलते हैं। इसमें समय लगता है। कंपनी के अधिकारियों से बात की जाएगी। हाईवे की खामियों को दूर कराया जाएगा। किसी भी कीमत पर खराब काम नहीं होने दिया जाएगा।