मकान में वो क्या था संदिग्ध सामान?
विनोद भारती, अलीगढ़ : सारसौल के बीमा नगर में हुए बेहद शक्तिशाली विस्फोट की शुरुआती जाच में स
विनोद भारती, अलीगढ़ : सारसौल के बीमा नगर में हुए बेहद शक्तिशाली विस्फोट की शुरुआती जाच में सही कारण सामने नहीं आ पाया है, मगर दैनिक जागरण की तफ्तीश में यह जरूर सामने आया है कि कुछ दिन पहले दो युवक गंगाराम के मकान में कुछ सामान रख गए थे। कहीं उसका संबंध इस विस्फोट से तो नहीं था? वो क्या था संदिग्ध सामान? इस सवाल का जवाब आशू व कुंवरपाल ही दे सकते थे, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। विस्फोट में दोनों भाइयों की जान चली गई।
जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती मकान मालिक गंगाराम की घायल बेटी ज्योति (19) ने बताया कि वह पास ही स्थित स्कूल में शिक्षिका है। वह स्कूल जाने के लिए तैयार हो रही थी, तभी धमाका हो गया। मकान का मलबा उसके ऊपर गिर गया। उससे पूछा गया कि क्या घर में रखा सिलेंडर फटा है तो उसने इन्कार कर दिया। कहा, मैं नहीं जानती कि विस्फोट की वजह क्या है? काफी सोचने के बाद संकोच करते हुए यह जरूर बताया कि कुछ दिन पहले भैया का एक दोस्त और उसका साथी मकान में कुछ सामान रखकर गए थे। वह सामान क्या था? यह भी मुझे नहीं पता। कपड़े में बंधे इस सामान को कभी खोलकर भी नहीं देखा। सामान रखने आए युवक कौन थे? कहां से आए थे? क्या पहले भी कभी घर पर आए थे? ज्योति इनमें से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाईं। उन्होंने बताया कि युवक जल्द ही सामान को उठाकर ले जाने वाले थे, मगर उससे पहले विस्फोट हो गया। ज्योति से मिली यह जानकारी विस्फोट के कारणों की जांच कर रही पुलिस के लिए अहम कड़ी साबित हो सकती है।
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बच्चों की खातिर
मौत से जूझ गईं रीना
मेडिकल कॉलेज में भर्ती पड़ोसी की पत्नी रीना ने बताया, 'मैं सुबह गैस चूल्हे पर खाना बना रही थी। बच्चे स्कूल की ड्रेस पहनकर तैयार हो चुके थे। विस्फोट के साथ एक पटिया मेरे ऊपर आ गिरी और शरीर से खून बहने लगा। मुझे पाइप से गैस रिसाव की आवाज सुनाई दी। पटिया हटाकर पाइप को मुट्ठी में भींच लिया। काफी देर तक इसी हालत में रही।' बाद में लोग आए और चूल्हा-रेगुलेटर बंद किया। बच्चे भी मलबा गिरने से घायल हो गए। स्कूल ड्रेस भी खून से खराब हो गई। छह वर्षीय बेटे का एक दांत टूट गया।
चार घंटे बाद हुई ड्रेसिंग
मेडिकल में भर्ती, पुष्पा देवी, ज्योति पुत्री गंगाराम व रीना को हादसे के तुरंत बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। तीनों घंटों तक इलाज के बिना कराहते रहे। बाद में पुष्पा देवी की ड्रेसिंग कर दी गई। रीना को ड्रिप लगा दी और ज्योति का सिटी स्कैन हुआ। 11 बजे तक उनकी ड्रेसिंग नहीं हुई। मीडिया के पहुंचने पर डॉक्टरों ने ड्रेसिंग शुरू की।