निकलेगा नया बाइपास, नालों पर विकसित होगा ब्लू कॉरिडोर Aligarh news
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) महायोजना 2031 में शहर का चेहरा-मोहरा बदलने की तैयारी में है। आगामी सालों में शहर में क्वार्सी साइड में एक नया बाइपास निकलेगा। वहीं नालों के ऊपर ब्लू कॉरिडोर बनेगा। मल्टीलेवल पार्किंग के साथ ही नए बाजार व साइकिल ट्रैक बनेंगे पार्क भी विकसित होंगे।
अलीगढ़, जेएनएन : अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) महायोजना 2031 में शहर का चेहरा-मोहरा बदलने की तैयारी में है। आगामी सालों में शहर में क्वार्सी साइड में एक नया बाइपास निकलेगा। वहीं, नालों के ऊपर ब्लू कॉरिडोर बनेगा। मल्टीलेवल पार्किंग के साथ ही नए बाजार व साइकिल ट्रैक बनेंगे, पार्क भी विकसित होंगे।
एडीए शहर के सुनियोजित विकास के लिए महायोजना तैयार कराता है। अब तक 20 सालों के लिए महायोजना बनती थी। फिलहाल 2001 से 2021 की महायोजना चल रही है, लेकिन पहली बार नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के निर्देश पर अमृत योजना के अंतर्गत जियोग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) पर आधारित 10 साल के लिए महायोजना 2031 तैयार कराई जा रही है। छह चरणों में यह काम होना है। शासन से इसके लिए दिल्ली की एक निजी एजेंसी ऑल इंडिया इंस्टीट््यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट को नियुक्ति किया गया है। सितंबर 2019 से इसकी शुरुआत हुई थी। फिलहाल एजेंसी ने शहर के प्रस्तावित भूउपयोग के लिए सेटेलाइट सर्वे पूरा कर लिया है। बुधवार को ऑल इंडिया इंस्टीट््यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट की ओर से अलीगढ़ में कार्य संभाल रही टीम लीडर संतोष चौधरी व प्रोजेक्ट एसोसिएट रेशमा सुरेश ने एडीए उपाध्यक्ष से मुलाकात की। उन्हें पूरी सर्वे रिपोर्ट से अवगत कराया। भविष्य की जरूरतों को देखते हुए विकास कार्यों की जानकारी दी।
2031 तक यह हैं शहर की जरूरत
सेटेलाइट सर्वे में टीम ने भवनों, उद्योगों, स्वास्थ्य, शिक्षण सेवाओं व आबादी क्षेत्र को चिह्नित किया गया है। इसमें आगामी 10 सालों के लिए शहरवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भुकरावली से खेरेश्वर धाम व मथुरा रोड होते हुए बौनेर तक बने बाइपास की तरह शहर के दूसरी ओर भी नए बाइपास को प्रस्तावित किया है। वहीं, नालों के पानी को ट्रीटमेंट व पर्यावरण के संतुलित बनाए रखने के लिए ब्ल्यू कॉरिडोर का प्रस्ताव बनाया। शहर की तालों से पहचान दर्शाने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाने का प्रस्ताव है। इसके साथ ही शहर के चारों ओर आवासीय व व्यावसायिक क्षेत्र भी बढ़ाया जाएगा।
जीआइएस आधारित मास्टर प्लान
इसमें शहर का रोड ट्रांसपोर्ट सर्वे, लैंड यूज सर्वे, सोशल सर्वे, इकोनॉमिकल सर्वे, इंडस्ट्रियल सर्वे कर शहर की जरूरतों का प्रस्ताव बनता है।
इनका कहना है
जेवर एयरपोर्ट अलीगढ़ जिले की सीमा से सटा हुआ है। ऐसे में मेरा मकसद सौ फीसद वहां के विकास का लाभ यहां के लोगों को दिलाना है। 2031 की महायोजना में भी इसी तरह सुविधाएं के प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं। खैर रोड पर सबसे अधिक विकास की संभावनाएं है। फिलहाल सर्वे टीम के साथ पहली बैठक हुई है। जल्द ही शहर का भ्रमण कर विस्तृत रिपोर्ट बनेगी।
-प्रेम रंजन सिंह, एडीए वीसी