सबने मजाक उड़ाया पर जाहिदा आपा ने बनाया अभिनेता : नसीरुद्दीन
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि वे 1971 में अलीगढ़ विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान सबने उनका मजाक उड़ाया, मगर जाहिदा आपा ने अभिनेता बनाया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि वे 1971 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आए और यहां पढ़ाई के दौरान थियेटर व ड्रामा में कॅरियर की शुरुआत की तो सबने उनका मजाक उड़ाया, मगर प्रो. जाहिदा आपा ने उन्हें थियेटर आर्टिस्ट और अभिनेता बनाया। आज वे जो कुछ हैं, उन्हीं की हिम्मत व संरक्षण की वजह से हैं। गुरुवार को एएमयू के केनेडी हॉल में कल्चरल एजुकेशन सेंटर की ओर से आयोजित प्रो. जाहिदा जैदी मेमोरियल लेक्चर में नसीर ने यह बात कही।
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प्रो. जाहिदा जैदी ने एएमयू में इंग्लिश लेक्चरर पद पर रहते हुए 30 से ज्यादा किताबें लिखीं। वे बेहतरीन थियेटर आर्टिस्ट भी रहीं। फ्रेंच, इटैलियन व अंग्रेजी काव्यों का अनुवाद कर ड्रामा प्ले बनाए। नसीरुद्दीन शाह ने एएमयू व यहां के थियेटर मंच की यादें ताजा करते हुए कहा कि 17 साल की उम्र में वे एक्टर बनने का ख्वाब देख रहे थे। डॉक्टर, इंजीनियर जैसे क्षेत्रों में पता होता है कि क्या करना है? एक्टिंग में मालूम नहीं होता। तब मजाक बनाने वाले तो बहुत मिलते हैं, सही रास्ता दिखाने वाला नहीं मिलता। शाह ने कहा कि उनका नजरिया था कि थियेटर मनोरंजन का तरीका है, मगर जाहिदा ने उनके सिर पर हाथ रखकर बताया कि थियेटर मनोरंजन का तरीका नहीं, सच्ची बात सुनने वाले तक पहुंचना है। जाहिदा की मदद से ही वे थियेटर में आगे बढ़े।
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