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राहत की बारिश से आफत में नगर निगम, निचले इलाकों में बसी आबादी के लिए जारी किया अलर्ट Aligarh news

लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की गई है। नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने कई इलाकों का दौरा किया।

By Parul RawatEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 10:26 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 10:26 PM (IST)
राहत की बारिश से आफत में नगर निगम,  निचले इलाकों में बसी आबादी के लिए जारी किया अलर्ट Aligarh news
राहत की बारिश से आफत में नगर निगम, निचले इलाकों में बसी आबादी के लिए जारी किया अलर्ट Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन]। मंगलवार को हुई झमाझम बारिश ने फिर व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। गली, मोहल्ले, मुख्य मार्ग तक पानी लबालब हो गए। नालों से निकाल कर सड़क पर डाली गई सिल्ट पुन: नालों में समा गई। मौसम के बिगड़ते मिजाज को देखते हुए नगर निगम ने निचले इलाके और पोखर, तालाब से सटी आबादी से लिए अलर्ट जारी किया है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की गई है। नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने कई इलाकों का दौरा किया। मंगलवार की सुबह के वक्त मौसम साफ था, दोपहर को धूप भी खिल रही थी, लेकिन दिन ढलने के साथ ही आसमान में बादल घिर आए और झमाझम बारिश शुरू हो गई। करीब 45 मिनट की बारिश से मौसम सुहावना हो गया। उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिल गई, लेकिन जलभराव के चलते घरों से निकलना दुश्वार हो गया। रामघाट रोड, मैरिस रोड, गुरुद्वारा रोड, विक्रम कॉलोनी, गूलर रोड, नई बस्ती, खैर रोड आदि इलाकों में पानी भर गया, इससे लोगों को काफी दिक्कतें हुईं। हालांकि, घंटे-डेढ़ घंटे बाद मुख्य मार्गों से पानी उतर गया, लेकिन निचले इलाकों में पानी जमा रहा। 

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नगर निगम ने जारी की एडवाइजरी

नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने रामघाट रोड, नौरंगाबाद, एटा चुंगी, अचल ताल, जीटी रोड, गूलर रोड, दीवानी मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में भारी वर्षा की आशंका देख निचले इलाके और पोखर, तालाबों के निकट बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की गई है। निगम की टीम को जल निकासी के लिए सक्रिय कर दिया गया है। कंट्रोल रूम (0571-2502111, 7500441344) पर स्टाफ बढ़ा दिया गया है।

किसानों से खिले चेहरे 

बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। बारिश न होने से फसलें मुरझा रही थीं। रजबहों में पानी नहीं आ रहा, नलकूप भी बिजली के भरोसे हैं। ऐसे में बारिश ही ङ्क्षसचाई के लिए बेहतर और सस्ता जरिया है। खासकर धान की फसल के लिए भरपूर पानी चाहिए। उप कृषि निदेशक शोध डॉ. वीके सचान बताते हैं कि बारिश के पानी में नाइट्रोजन होता है, जिसकी पूर्ति के लिए किसानों को यूरिया डालना पड़ता है। बारिश होती रहे तो यूरिया की आवश्यकता नहीं होगी।

विद्युत व्यवस्था चरमराई

बारिश के चलते मंगलवार को विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। सुबह के वक्त सासनीगेट, गांधीपार्क, देहलीगेट इलाके में ट्रिङ्क्षपग की समस्या बनी रही। शाम को बारिश होने से शहर के कई इलाकों की बिजली गुल हो गई। आगरा रोड, नौरंगाबाद, भुजपुरा समेत कई इलाकों में फॉल्ट के चलते डेढ़ से दो घंटे लाइट नहीं आई। बारिश बंद होने के बाद विद्युत विभाग की टीम फॉल्ट ठीक करने रवाना हुईं। 


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