अलीगढ़ में कासगंज की मां-बेटी को मारकर गंगा में बहाया
दादों के गांव नगला अलिया में दहेज में पांच लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने महिला व उसकी आठ माह की बेटी की हत्या कर दी।
अलीगढ़ (जेएनएन)। दादों के गांव नगला अलिया में दहेज में पांच लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने महिला व उसकी आठ माह की बेटी की हत्या कर दी। दोनों शव गंगा में बहा दिए। मायके वालों की शिकायत पर इलाका पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा तो मामला एसएसपी तक पहुंचा। एसएसपी के आदेश पर ससुरालियों व शादी कराने वाले बिचौलिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
इसलिए की मां-बेटी की हत्या
कासगंज जनपद में ढोलना क्षेत्र के गांव जखैरा निवासी शैलेंद्र सिंह पुत्र रमेश चंद्र ने रिपोर्ट में कहा है कि 14 अक्टूबर 2015 को उसने बहन कल्पना (26) की शादी गांव नगला अलिया में सूरजपाल सिंह के बेटे विनोद कुमार यादव के साथ की थी। आरोप है कि शादी में मिले दहेज से ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे। वे पांच लाख रुपये की मांग कर रहे थे। इसके लिए कल्पना से मारपीट करते थे। करीब आठ माह पहले कल्पना ने बेटी राखी को जन्म दिया तो दहेज की मांग और बढ़ गई। शैलेंद्र का आरोप है कि छह दिसंबर को कल्पना व उसकी बेटी राखी को ससुरालियों ने मार दिया।
साक्ष्य छिपाने को गंगा में बहाए शव
साक्ष्य छिपाने के लिए शव गंगा में ले जाकर बहा दिए। शादी कराने वाले बिचौलिया पंजू पुत्र मदनलाल की भूमिका भी संदिग्ध रही है। उसने कल्पना की मौत की खबर तो फोन पर दे दी, लेकिन जैसे ही वे नगला अलिया पहुंचे तो ससुरालियों के साथ वह खुद भी घर में ताला लगाकर भाग गया। थाने में तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा।
आरोपितों को तलाश कर रही पुलिस
एसओ दादों नरेश कुमार ने बताया कि शैलेंद्र की तहरीर पर पति विनोद कुमार, ससुर सूरजपाल, देवर छोटू, सास नीरेश देवी व बिचौलिया पंजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि जांच में जानकारी मिली है कि हत्या के बाद दोनों शव गंगा में बहा दिए गए हैं। आरोपितों की तलाश की जा रही है। उनके पकड़े जाने पर घटना का राजफाश हो सकेगा।