अलीगढ़ में रेड लाइट सिग्नल पर लाखों खर्च, फिर भी इशारों से चलती ट्रैफिक व्यवस्था / Aligarh News
आप शहर में किसी भी दिशा से प्रवेश करें जाम से शायद ही बच पाएं। ऐसा लगेगा कि यातायात व्यवस्था है ही नहीं। प्रमुख चौराहों तिराहों और बाजार इसी समस्या से जूझ रहे हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन): आप शहर में किसी भी दिशा से प्रवेश करें, जाम से शायद ही बच पाएं। ऐसा लगेगा कि यातायात व्यवस्था है ही नहीं। प्रमुख चौराहों, तिराहों और बाजार इसी समस्या से जूझ रहे हैं। जबकि, 102 यातायात पुलिसकर्मी व अधिकारी इस व्यवस्था को संभालने के लिए तैनात हैं। लाखों रुपये खर्च कर शहर के पांच चौराहों व तिराहों पर ट्रैफिक लाइट की व्यवस्था तो की गई, लेकिन क्वार्सी, कबरकुत्ता व सारसौल चौराहे पर खराबी के चलते उपयोग ही नहीं हो रहा। दुबे के पड़ाव व नुमाइश रोड स्थित तिराहे पर लाइट के संकेतों को अनदेखा करना ही जाम का कारण है। चौराहों पर खड़े रहने वाले पुलिस कर्मियों के हाथों के इशारों से ही ट्रैफिक व्यवस्था होती है। कई बार तो ये पुलिस कर्मी भी असहाय नजर आते हैं और अव्यवस्थाओं के चलते राहगीर प्रशासन को कोसते रहते हैं।
यातायात के लिए ये हैं तैनात
यातायात व्यवस्था को सही रखने के लिए एक एसपी, एक सीओ, एक टीआइ, पांच टीएसआइ, 10 एचसीपी, 84 सिपाही तैनात हैं। हालांकि, कुल यातायात पुलिस में 150 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 48 रिक्त हैं। एक सीओ, एक टीआइ, पांच टीएसआइ, छह एचसीपी व 35 सिपाही के पद रिक्त हैं।
यहां लगता है जाम
कई क्षेत्र तो ऐसे हैं, जहां दिन में कई बार जाम लगता है। दुबे का पड़ाव, क्वार्सी चौराहा, गांधीपार्क चौराहा, एटा चुंगी, सारसौल चौराहा, कबरकुत्ता, रेलवे रोड, कोल तहसील चौराहा, बारहद्वारी, महावीरगंज, बड़ा बाजार, मदारगेट तिराहा, सासनीगेट चौराहा, समद रोड पर जाम की समस्या अधिक रहती है।
कहीं लाल बत्ती जलती है तो कहीं हरी
जिन चौराहों व तिराहों पर ट्रैफिक लाइट की व्यवस्था है, वहां इनका उपयोग नहीं हो पा रहा। हरी, लाल व पीली लाइट में से एक-दो बंद ही रहती हैं। ऐसे में सही संकेत नहीं मिल पाते और पुलिस कर्मी हाथ के इशारों से ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के प्रयास में रहते हैं।