Online Seminar At AMU : मौलाना आजाद ने आधुनिक शिक्षा के उत्थान पर बल दिया Aligarh News
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के मौके पर आनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें जामिया मिल्लिया के आइएएसई के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. शुएब अब्दुल्लाह ने भी विचार व्यक्त किए।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के शिक्षा विभाग की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के मौके पर आनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें जामिया मिल्लिया के आइएएसई के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. शुएब अब्दुल्लाह ने भी विचार व्यक्त किए। “इक्कीसवीं शताब्दी में मौलाना आजाद के शैक्षिक दर्शन का महत्व“ विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद ने न केवल देश की शैक्षिक व्यवस्था को सुसंगठित किया बल्कि यूजीसी, आइआइटी, आइआइएससी जैसे संस्थान भी स्थापित किए।
भारतीय भाषाओं के उत्थान पर बल
उन्होंने कहा कि मौलाना आजाद ने प्रौद्योगिकी, आधुनिक शिक्षा, मातृभाषा और भारतीय भाषाओं के उत्थान पर बल दिया। मानविकी एवं सामाजिक विषयों के साथ-साथ वैज्ञानिक शिक्षा की वकालत की। उन्होंने कहा कि आजाद ने मदरसों की शैक्षणिक व्यवस्था में भी बदलाव पर बल दिया और त्रिभाषीय फार्मूले को अपनाया। विभागाध्यक्ष प्रो. नसरीन ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। डॉ. साजिद जमाल ने अतिथि वक्ता का परिचय कराया।
मौलाना आजाद के व्यक्तित्व पर पुस्तकों की एक प्रदर्शनी लगी
दूसरी ओर एएमयू की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में मौलाना आजाद के व्यक्तित्व और उनकी सेवाओं पर पुस्तकों की एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसमें मौलाना आजाद के निजी उपयोग की वस्तुओं को भी प्रदर्शित किया गया ।डॉ. साजिद जमाल ने मुख्य वक्ता का स्वागत व आभार व्यक्त किया। इसके अतिरिक्त यूनिवर्सिटी के अब्दुल्लाह स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आनलाइन कार्ड मेकिंग, स्लोगन राइटिंग तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।