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Poisonous liquor scandal : सक्रिय रहते थे माफियाओं के गुर्गे, ट्रकों से चोरी करते थे स्प्रिट Aligarh news

नकली शराब बनाने के लिए माफियाअों ने पूरा रास्ता तैयार कर रखा था। इसके लिए जिले से लेकर बाहर भी गुर्गे सक्रिय कर रखे थे। केमिकल तालानगरी की फैक्ट्री में बनता था। वहीं गुर्गे मिल से निकलने वाले ट्रकों से स्प्रिट चोरी कर लेते थे।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 05:43 AM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 07:10 AM (IST)
Poisonous liquor scandal : सक्रिय रहते थे माफियाओं के गुर्गे, ट्रकों से चोरी करते थे स्प्रिट Aligarh news
नकली शराब बनाने के लिए माफियाओं ने पूरा रास्ता तैयार कर रखा था।

सुमित शर्मा, अलीगढ़ । नकली शराब बनाने के लिए माफियाओं ने पूरा रास्ता तैयार कर रखा था। इसके लिए जिले से लेकर बाहर भी गुर्गे सक्रिय कर रखे थे। केमिकल तालानगरी की फैक्ट्री में बनता था। वहीं गुर्गे मिल से निकलने वाले ट्रकों से स्प्रिट चोरी कर लेते थे। ट्रांसपोर्टरों से सांठगांठ कर ली जाती थी। यह बातें अनिल चौधरी और नरेंद्र से रिमांड के दौरान पूछताछ में सामने आई हैं।

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पहले ही दिन शराब माफिया अनिल चौधरी गिरफ्तार

घटना के बाद पुलिस ने पहले ही दिन शराब माफिया अनिल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में यह स्पष्ट हो गया कि अनिल चौधरी और ऋषि शर्मा ही इस पूरे खेल के खिलाड़ी हैं। इनके नीचे विपिन यादव, नरेंद्र व अन्य लोग काम करते थे। आगे चलकर इन्हीं के गुर्गे ठेका व दुकान तक सेटिंग कर लेते थे। पुलिस अनिल चौधरी और नरेंद्र से लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में एक बात चौंकाने वाली बातें भी सामने आई हैं। आरोपितों ने आसपास के जिलों में स्थित डिस्टलरी या शुगर मिल के ट्रकों से सांठगांठ कर रखी थी। जैसे ही ट्रक डिस्टलरी से निकलते थे, रास्ते में उनमें से स्प्रित चोरी कर लिया जाता था। हालांकि विपिन से पुलिस ज्यादा पूछताछ नहीं कर सकी और उसे जेल भेज दिया। लेकिन, उसकी निशानदेही पर दो बड़ी फैक्ट्रियों का पर्दाफाश हो गया है। एसपी देहात शुभम पटेल ने बताया कि पूछताछ जारी है। माफियाओं के गुर्गे हर जगह सक्रिय रहते थे। कुछ नाम भी सामने आए हैं। इनकी तलाश की जा रही है।

ऋषि की तलाश में बुलंदशहर, नोएडा तक दबिश

पुलिस की छह टीमें अलग-अलग जगहों पर मुख्य आरोपित 50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा की तलाश में लगी हुई हैं। एक टीम बुलंदशहर, जबकि दूसरी नोएडा में डेरा डाले हुए हैं। इसके अलावा एक टीम राजस्थान व हरियाणा के जिलों में भी पहुंची है। लेकिन, गोपनीय कार्रवाई होने के चलते पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।

सजा दिलाने को विवेचना पर काम शुरू

जो आरोपित पकड़े गए हैं, उनको सख्त सजा दिलाने के लिए पुलिस मजबूत साक्ष्य भी जुटा रही है। इसके लिए बाकायदा एसपी सिटी एनएसए, गैंगस्टर की कार्रवाई में लग गए हैं। वहीं एसपी ट्रैफिक विवेचना का पर्यवेक्षण कर रहे हैं, ताकि कोई धारा या साक्ष्य कम न हो।


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