अलीगढ़ के कावेरी एन्क्लेव में बरसता है प्रेम और भाईचारा
स्वर्ण जयंती नगर में कावेरी एन्क्लेव फेस-1। जहां प्रेम व भाईचारा बरसता है। राष्ट्रप्रेम का जज्बा भी है।
अलीगढ़(जेएनएन) : स्वर्ण जयंती नगर में कावेरी एन्क्लेव फेस-1। जहां प्रेम व भाईचारा बरसता है। राष्ट्रप्रेम का जज्बा भी है। 2004 में स्थापित डुप्लेक्स अपार्टमेंट में बसावट शुरू हुई और धीरे-धीरे सभी 39 फ्लैट में परिवार रहने लगे। यहां हरियाली का सभी ने विशेष ध्यान रखा। हरे-भरे पेड़ों के बीच कोठियां झांकती हैं। हर रोज पार्क में योग होता है। मस्ती के मूड में महिला व बच्चे टहलते हैं। मंदिर में सुबह-शाम आरती होती है। नवरात्र में देवी जागरण, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, साईं व खाटूश्याम भजन संध्या का समय-समय पर आयोजन होता है...
लोगों में जज्बा राष्ट्रप्रेम का
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35ए हटने की खुशी में यहां राष्ट्रीय ध्वज वंदना मंच का गठन किया गया। गिर्राज किशोर बाबा को अध्यक्ष बनाया गया। 15 अगस्त को पहले महाराणा प्रताप एन्क्लेव में ध्वजारोहण हुआ। कावेरी एन्क्लेव संगठन ने हर रविवार को पार्क में तिरंगा फहराने का निर्णय लिया। जहां बच्चे, बुजुर्ग व युवा सभी तिरंगा फहराते हैं। मिठाई बांटी जाती है। राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ज्वलंत मुद्दों पर वक्ता प्रकाश डालते हैं।
आइओसीएल में दीक्षा का चयन
कावेरी में प्रतिभाओं की भरमार है। एलआइसी के मंडल प्रबंधक विवेक कुमार की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी दीक्षा सक्सेना ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीटेक किया है। टॉपर भी रही हैं। पिछले साल इनका चयन इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड कानपुर में ग्रेड ए ऑफीसर के पद पर हो गया। दीक्षा का कहना है कि पापा के साथ मां निशा सक्सेना का भी योगदान रहा है। निशा बैंक ऑफ आर्यावर्त की हरदुआगंज शाखा में प्रबंधक हैं। उनकी छोटी बेटी अक्षिका एएमयू से लॉ कर रही हैं।
चिकित्सा क्षेत्र में गाड़े झंडे
प्रो. एमके जिंदल एएमयू डेंटल कॉलेज में चेयरमैन हैं। इनकी बेटी श्रेया जिंदल एमबीबीएस कर रही हैं। बेटा देवेश जिंदल बीडीएस कर रहे हैं।
गुरुओं का भरपूर आशीर्वाद
अपार्टमेंट में डॉ. रक्षपाल सिंह, डॉ. अनिल वाष्र्णेय, डॉ. इंदू वाष्र्णेय, डॉ. निरंजन कुमार, डॉ. अनीता सिंह, डॉ. पूनम सिंह आदि शिक्षकों का लोगों को आशीर्वाद मिलता है।
हिमाचल तक जमाए हैं धाक
एन्क्लेव में ऐसी जोड़ी भी है, जिसने अलीगढ़ से हिमाचल प्रदेश तक सफलता के झंडे गाड़े हैं। ये हैं अतुल अग्रवाल व लीलाकृष्ण वाष्र्णेय। इन्होंने 1994 में नोविकटेक हेल्थ केयर कंपनी की स्थापना की। दोनों पार्टनर शुरू में एक ही छत के नीचे रहे। आज कावेरी में बराबर में ही आशियाना है। तुलसी डेयरी व गंगा डेयरी के मालिक तुलसी प्रसाद का भी यहीं आशियाना था।