अलीगढ़ में फिर हमला न कर दे टिड्डी सेना, कृषि विभाग अलर्ट
फसलों काे चट कर बीते साल अफसरों के पसीने छुड़ा गई टिड्डी सेना के फिर से हमला करने की संभावना जताई जा रही हैं। इन्हीं दिनों टिड्डी सेना ने देश के अलग-अलग हिस्सों में कहर बरपाया था। जून में ये सेना अलीगढ़ में दाखिल हुई थी।
अलीगढ़, जेएनएन। फसलों काे चट कर बीते साल अफसरों के पसीने छुड़ा गई टिड्डी सेना के फिर से हमला करने की संभावना जताई जा रही हैं। इन्हीं दिनों टिड्डी सेना ने देश के अलग-अलग हिस्सों में कहर बरपाया था। जून में ये सेना अलीगढ़ में दाखिल हुई थी। अब सालभर बाद पुन: इसकी आहट मिल रही है। फिलहाल टिड्डी सेना की एक टुकड़ी की लोकेशन राजस्थान के जेसलमेर में मिल रही है। इसको लेकर कृषि विभाग अलर्ट पर है। बुधवार को ही विभाग के आफिशियल ग्रुप पर अलर्ट जारी किया गया है। कहा गया है कि पूर्व की भांति टिड्डी सेना से निपटने की तैयारी कर लें।
अधिकारियों ने कई रातें टिड्डियों के पीछे दौड़कर गुजारी
अलीगढ़ में टिड्डी सेना का हमला पिछले साल जून में रुक-रुककर हुआ था। हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर के रास्ते से टिड्डियां अलग-अलग टुकड़ियां में अलीगढ़ में दाखिल हुई थीं। इनसे निपटने के लिए कहीं कीटनाशक का छिड़काव हुअा तो कहीं थाली व ड्रम बजाए गए थे। ग्रामीणों ने खेतों में म्यूजिक सिस्टम तक लगा दिए थे। मगर इन पर पूरी तरह काबू न पाया जा सका। लाखों की तादात में टिड्डियां भी एक खेत से हटें तो दूसरे में पहुंच जाएं। हरदुआगंज के गांव बरा नदी में 2000 बीघा में फैले आम के बागों में टिड्डियों ने डेरा डाला था। प्रशासनिक टीमों में दमकल की मदद से दवा का छिड़काव कराया, जिससे हजारों टिड्डियां मारी गईं। मगर पूरी तरह नष्ट नहीं हो सकीं। तत्कालीन कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी समेत तमाम अधिकारी पहुंच गए थे। टिड्डी दल अगली सुबह दो भागों में बंटकर उड़ गया। अधिकारियों ने कई रातें टिड्डियों के पीछे दौड़कर गुजारी थीं। टिड्डी सेना की सूचना जहां से मिलती, वहीं अधिकार दौड़ लेते। किसानों की हालत भी पतली हो रही थी। क्योंकि उनकी मेहनत से उगाई फसल टिड्डियां चट कर रही थीं। अब टिड्डी सेना के हमले की आशंका फिर जताई जा रही है। जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि राजस्थान के जेसलमेर में टिड्डी दल से होने की सूचना मिली है। इसको लेकर अलर्ट किया गया है। हम भी सतर्कता बरत रहे हैं।