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घर में ताला लगाने का मतलब चोरी को दावत, समझिए मामला Aligarh news

कासिमपुर पावर हाउस के आवासों की सुरक्षा अब भगवान भरोसे रह गई है। एक माह पहले सहायक अभियंता के पीछे बंद आवास से लाखों रूपये की हुई चोरी का खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर पाई जबकि चोर परियोजना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद है ।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Thu, 15 Jul 2021 03:11 PM (IST)Updated: Thu, 15 Jul 2021 03:14 PM (IST)
घर में ताला लगाने का मतलब चोरी को दावत, समझिए मामला Aligarh news
परियोजना के आवास में रह रही बैंक क्‍लर्क के घर मे चोरी के बाद बिखरा सामान।

अलीगढ़, जेएनएन ।  कासिमपुर पावर हाउस के आवासों की सुरक्षा अब भगवान भरोसे रह गई है। एक माह पहले सहायक अभियंता के पीछे बंद आवास से लाखों रूपये की हुई चोरी का खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर पाई जबकि चोर परियोजना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद है फिर भी पुलिस की निष्क्रियता के चलते पहुंच से दूर है। उससे पहले चोरों ने बैक क्लर्क के बंद आवास से लाखों की चोरी कर दोबारा से खुला चैलेज दे दिया।

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परियोजना के आवास में अकेले रहती हैं मनोरमा देवी

कासिमपुर पावर हाउस स्थित पंजाब नेशनल बैक में अपने पति की जगह आश्रित कोटे में मनोरमा देवी एसपीएल क्लर्क के पद पर परियोजना के आवास संख्या 204 /44 सैकण्ड़ टाइप में अकेली रह कर कार्य कर रहीं है। रोज की तरह सुबह दस बजे वह बैक चली गई। शाम को पांच बजे लौट कर आई तो उन्हें अपने घर का ताला टूटा मिला, जिसे देख उन्हें समझने में देर न लगी की उनकी गैर मौजूदगी में कोई उनके आवास में घुसा है।मुख्य दरवाजे से अदंर घुस कर घर में देखा अलमारी खुली हुई व सामान सारा बिखरा पड़ा है।अलमारी से पीड़ित मनोरमा देवी के अनुसार दो सोने की चूड़ी, गोल्ड मेड़ल, एक जोड़ी पायल एवं पचास हजार नगद चोर चुरा ले गए। पीड़ित ने कासिमुपर चौकी में तहरीर दे दी है।

लगातार हो रही चोरियां, नहीं हो रहा खुलासा

लगातार परियोजना परिसर में दिन दहाड़ें बंद आवासों से हो रहीं चोरियों से संगठनों में रोष व्याप्त है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है परियोजना की सुरक्षा पर प्रबंधन की तरफ से उत्तर प्रदेश भूतपूर्व सैनिक कल्याण निगम के गार्ड़े पर पद्रह लाख रूपये पर माह खर्च होता है। 66 गार्ड़े मुठठी भर परियोजना के आवासों को सुऱिक्षत रखने में नाकामयाब साबित हो रहें है। पिछले कुछ माह पहले भी लगातार दिन दहाड़ें चोरियां हुई जिनका खुलासा पुलिस आज तक नहीं कर पाई।

संगठनों ने प्रबंधन से मांगा जवाब

संगठनों ने प्रबंधन से जवाब मांगा है आखिर कब तक सिविल अधिकारियों की मिली भगत से अवैध तौर से घेर कर रह रहें बहारियों से आवास खाली करा पायेंगे क्योंकि परियोजना परिसर में कोई भी बड़ी घटना होती है तो हमेशा उनके तार अवैध तौर से आवासों में रह रहें है उनसे जरूर मिलते है।


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