साक्षरता जागरूकताः अब ग्रामीण व शहरी निरक्षरों को पढ़ाएंगे विद्यार्थी aligarh news
माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अब विद्यार्थी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के निरक्षरों को पढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
अलीगढ़(जेएनएन)। माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अब विद्यार्थी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के निरक्षरों को पढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे। कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थी साक्षरता के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ निरक्षर लोगों को शिक्षित भी करेंगे। यूपी बोर्ड से जारी शैक्षिक पंचांग में यह गतिविधि शामिल की गई है। छात्र-छात्राएं अपने कॉलेज के दो किमी की परिधि में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र की बस्ती में पढ़ाएंगे व नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन करेंगे।
...तो बढ़ेगा ज्ञान
डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि, बड़ी कक्षाओं के छात्र-छात्राएं निरक्षरों को शिक्षित करेंगे तो उनका भी ज्ञान बढ़ेगा। विद्यालयों में शिक्षक भी छात्र-छात्राओं को शिक्षा महत्व संबंधी जानकारी देंगे। इससे विद्यार्थी भी नियमित कॉलेज आने के लिए प्रेरित होंगे। सभी प्रधानाचार्यों को पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। अगस्त के पहले सप्ताह से यह कार्ययोजना हर विद्यालय को अनिवार्य रूप से अमल में लानी है। इसकी फोटो सहित रिपोर्ट भी कार्यालय में जमा करानी होगी। इसको मुख्य परीक्षाओं से पहले बोर्ड को भेजा जाएगा।
माध्यमिक स्कूलों की बनेंगी टीमें
डीआइओएस ने बताया कि, अगस्त में ही कॉलेजों में सदनवार खेलकूद प्रतियोगिताएं कराना भी शैक्षिक पंचाग का हिस्सा बनाया गया है। इसके तहत हर प्रधानाचार्य को अपने कॉलेज की खेलकूद, स्काउटिंग आदि की प्रतियोगिता कराकर टीम तैयार करनी है। मंडल या राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओंमें हर कॉलेज की टीम से विद्यार्थी चयनित कर मजबूत टीम तैयार की जाएगी।