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बिना अनुमति एएमयू में घुसी लैपर्ड, दो पुलिसकर्मी पकड़े Aligarh News

एएमयू में बवाल के बाद से जारी विरोध के बीच रात तब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया जब कैंपस में बिना अनुमति के लैपर्ड घुस गई। धरने पर बैठे छात्रों ने इनका पीछा किया।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 02:32 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 06:40 PM (IST)
बिना अनुमति एएमयू में घुसी लैपर्ड, दो पुलिसकर्मी पकड़े Aligarh News
बिना अनुमति एएमयू में घुसी लैपर्ड, दो पुलिसकर्मी पकड़े Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]: एएमयू में बवाल के बाद से जारी विरोध के बीच बुधवार रात तब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया, जब कैंपस में बिना अनुमति के लैपर्ड घुस गई। धरने पर बैठे छात्रों ने इनका पीछा किया और एनसीसी ऑफिस में बने कमरे में दो पुलिसकर्मियों को पकड़ लिया। छात्रों ने प्रॉक्टोरियल टीम को भी बुला लिया। पता चला कि कुलपति की ड्यूटी में तैनात दारोगा की शह पर दो सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पुलिसकर्मियों को रुकवाया था। टीम ने दफ्तर के पास से शराब की खाली बोतलें भी बरामद की हैं। छात्रनेता फैजुल हसन ने सिविल लाइंस थाने में दो अलग-अलग तहरीर देकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एएमयू इंतजामिया ने लापरवाही बरतने पर बाबे सैयद पर तैनात तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

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एएमयू में ऐसे पकड़े लैपर्ड पुलिस कर्मी

बुधवार देर रात करीब 12 बजे एएमयू में बाबे सैयद पर छात्र धरने पर बैठे थे। इसी दौरान छात्रों ने बाबे सैयद गेट से लैपर्ड (यूपी 32 बीजी 4059) पर दो पुलिसकर्मियों को दो-तीन बार कैंपस में घुसते हुए देखा। छात्र पीछा करते हुए एनसीसी ऑफिस तक पहुंचे, जिसके अंदर कमरा नंबर एक और दो में सिविल लाइंस थाने में तैनात सिपाही अनिल कुमार व मलखान सिंह बिना अनुमति के रुके हुए थे। सूचना पर एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन व प्रॉक्टोरियल टीम भी पहुंच गई। दफ्तर के पास से कई शराब की बोतलें भी बरामद की गईं। छात्रों का आरोप है कि पुलिसकर्मी यहां बैठकर शराब पी रहे थे। पूछताछ में सामने आया कि कुलपति की सुरक्षा में तैनात दारोगा रविंद्र पाल सिंह की शहर पर एनसीसी ऑफिस में ड्यूटी कर रहे मोहित कुमार व अंकित ने दोनों सिपाहियों को 12 बजे के बाद ताला तोड़कर एक कमरे की चाबी दी और बिना अनुमति के अंदर ठहराया।

वीसी की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

फैजुल ने इस मामले में सिविल लाइंस थाने में दो तहरीर दी हैं। पहली में कुलपति की सुरक्षा में तैनात दारोगा रविंद्र सिंह, अंकित कुमार, मोहित कुमार, रोबिन कुमार व हरेंद्र कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। वहीं, दूसरी तहरीर में फैजुल ने पूछा है कि बाबे सैयद पर धरने के दौरान किसकी अनुमति से दोनों सिपाही अंदर घुसे और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है?

'हादसा होने से बचा'

फैजुल हसन ने कहा है कि बुधवार देर रात कैंपस में हादसा होने से बचा है। छात्र धरना दे रहे थे, उसी दौरान लैपर्ड घुसी। वह जेएन मेडिकल कॉलेज में एक छात्र को देखने के लिए गए थे। तभी पुलिस के अंदर घुसने की सूचना मिली। फैजुल भूगोल विभाग के सामने स्थित एनसीसी के ऑफिस में पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि दोनों पुलिसकर्मी यहां एक साल से बिना अनुमति के रह रहे हैं। फैजुल ने कहा है कि एक तरफ कुलपति ने सुरक्षा को लेकर पत्र लिखा है, तो दूसरी तरफ उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे इंचार्ज की शह पर पुलिसकर्मियों को रोका जा रहा है। ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा? इस पर एएमयू प्रशासन के साथ जिला प्रशासन को सख्ती से निपटना होगा।

पहले से रह रहे पुलिसकर्मी

एनसीसी दफ्तर में सुरक्षा के लिए तैनात अंकित और मोहित ने प्रॉक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि उनके पास वाले कमरे में 112 पीआरवी के कर्मचारी अनिल कुमार व मलखान सिंह हमारे गार्द में आने से पहले से यहां रहते हैं। उनके सामने दोनों पुलिसकर्मी दो बार आए।

जांच जारी है

इंस्पेक्टर सिविल लाइन अमित कुमार का कहना है कि डायल-112 के दो जवानों के कैंपस में जाने की सूचना मिली थी। एएमयू प्रॉक्टर के जरिये फैजुल हसन की ओर से तहरीर मिली है, जांच की जा रही है।


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