छोड़िए चिंता, अस्पतालों में नहीं है ऑक्सीजन की कमी, जानिए विस्तार से
जनपद में ऑक्सीजन गैस की कमी नहीं है। यह दावा स्वास्थ्य विभाग के अफसर कर रहे हैं। उनका तर्क है कि कोरोना काल में सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती काफी कम हो गई है।
हाथरस जेएनएन: जनपद में ऑक्सीजन गैस की कमी नहीं है। यह दावा स्वास्थ्य विभाग के अफसर कर रहे हैं। उनका तर्क है कि कोरोना काल में सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती काफी कम हो गई है। इस कारण ऑक्सीजन गैस की जरूरत नहीं पड़ रही है।
यह है वजह
जनपद में सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस सिङ्क्षलडर के रूप में अलीगढ़ व आगरा की निजी कंपनी की ओर से सप्लाई की जाती है। कोरोना काल की तुलना में सामान्य दिनों में गैस की अधिक जरूरत पड़ती है, क्योंकि उन दिनों में भर्ती मरीजों की संख्या अधिक रहती है। वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन की जरूरत इमरजेंसी, आइसीयू में ज्यादा पड़ती है।
यह है ऑक्सीजन की व्यवस्था
अधिकारियों की मानें तो जिला अस्पताल में ऑक्सीजन के 140 छोटे सिङ्क्षलडर और 55 बड़े सिङ्क्षलडर उपलब्ध रहते हैं। आवश्यकता पडऩे पर मंगा ली जाती है। जानकारी यह भी है कि औसतन एक नर्सिंग होम पर पांच से छह सिङ्क्षलडरों की जरूरत पड़ती है। जनपद में मुरसान के एल 1 हॉस्पिटल के अलावा जिला अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है। कोविड अस्पताल में तीन मरीजों को ऑक्सीजन गैस की जरूरत पड़ी है। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस में ऑक्सीजन गैस के सिङ्क्षलडर स्टोर किए जाते हैं। यहीं से शहरी व ग्रामीण अंचल के सरकारी अस्पतालों में गैस की सप्लाई की जाती है। निजी अस्पताल वाले सीधे सिङ्क्षलडर मंगाते हैं।
जिला अस्पताल परिसर में बने स्टोर में छोटे बड़े करीब 200 ऑक्सीजन के सिङ्क्षलडर मौजूद हैं। एल वन हॉस्पिटलों में भी कोरोना मरीजों को इसकी जरूरत नहीं पड़ी है। फिर भी एहतियातन पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन रखी गई है।
-डॉ. बृजेश राठौर, सीएमओ हाथरस।
हेल्थ अधिकारी ने ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता की व्यवस्था देखी
हाथरस : जनपद में सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता को लेकर अफसर सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को शहर के तीन प्रमुख निजी अस्पतालों में गैस सिङ्क्षलडरों की पड़ताल की गई। ड्रग इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि गावर हॉस्पिटल, साहनी हॉस्पिटल और सरस्वती हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस के सिङ्क्षलडरों की चेङ्क्षकग की गई। इन अस्पतालों में स्थिति सामान्य मिली। मरीज भर्ती न करने के कारण गैस की जरूरत महसूस नहीं की जा रही है। गुरुवार को भी निजी अस्पतालों में चेङ्क्षकग की जाएगी।