कांग्रेसियों ने ऊर्जामंत्री का क्यों फूंका पुतला, जानिए वजह Aligarh News
कांग्र्रेसियों ने ऊर्जामंत्री श्रीकांत का पुतला फूंका और जमकर प्रदर्शन किया। विद्युत विभाग के कर्मचारियों के पीएफ घोटाले को लेकर आखिरकार विद्युत कर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा।
अलीगढ़ (जेएनएन)। बिजली कर्मचारियों के ईपीएफ का 4000 करोड़ रुपया दागी कंपनियों को कर्जे के रूप में देने पर कांग्र्रेसियों ने ऊर्जामंत्री श्रीकांत का पुतला फूंका और जमकर प्रदर्शन किया।
भाजपा सरकार पर लगाए आरोप
कांग्र्रेस के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक विवेक बंसल के नेतृत्व में कार्यकर्ता मैरिस रोड स्थित अयोध्या कुटी पर इकट्ठा हुए। यहां से जुलूस के रूप में ऊर्जा मंत्री व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मैरिस रोड चौराहे पर पहुंचे। विवेक बंसल ने कहा कि भाजपा सरकारें भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई हैं। विद्युत कर्मियों की खून पसीने की कमाई से जमा ईपीएफ का पैसा दागी कंपनियों को दे दिया। हमेशा की तरह मुख्यमंत्री व ऊर्जामंत्री इसके लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहरा रहे हैं। जनता अब भाजपा की असलियत समझ गई है।
प्रदर्शन के समय ये रहे मौजूद
इस मौके पर शालिनी चौहान, सागर सिंह तोमर, पिंकू बघेल, मोहम्मद आजम, नन्नू मलिक, लोकेश उपाध्याय, आनंद बघेल, डॉ. धर्मेंद्र लोधी, कृष्णप्रताप सिंह, तल्हा अबरार, राघवेंद्र सिंह राघव, नवेद खान, डॉ. ओमवीर सिंह आदि मौजूद रहे। इससे पहले कांग्र्रेसियों ने हाईकमान के निर्देश पर भाजपा सरकार की लूट को उजागर करने के लिए सत्र एवं जिला न्यायालय के मुख्य द्वार पर पर्चा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया।
पीएफ की गारंटी नहीं दी तो बंद कर देंगे वसूली
विद्युत विभाग के कर्मचारियों के पीएफ घोटाले को लेकर आखिरकार विद्युत कर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के बैनरतले दोपहर तीन बजे 150 के करीब जेई एकत्र हो गए। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि सरकार उनके पीएफ की गारंटी नहीं देती है तो वह राजस्व वसूली बंद कर देंगे।
सड़क पर उतरे जूनियर इंजीनियर
डीएचएफएल में विद्युत विभाग के भविष्य निधि (पीएफ) घोटाले को लेकर बुधवार को जेई आंदोलन पर उतर आए। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के सचिव सतवीर सिंह ने कहा कि सिर्फ उन्हें अपने पीएफ की प्रदेश सरकार से गारंटी चाहिए। यदि सरकार गारंटी दे देती है तो वह धरना-प्रदर्शन कुछ नहीं करेंगे। सतवीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2000 में उप्र पावर कार्पोरेशन बनने पर भी सरकार ने विद्युत कर्मचारियों के फंड, पेंशन आदि की गारंटी ली थी। इसी प्रकार से अब गारंटी लेनी चाहिए। यदि सरकार हम लोगों के पीएफ की गारंटी नहीं लेती है तो राजस्व वसूली बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
दोषी को जेल भेजा जाए
जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार गारंटी लेने के बाद घोटाले की जांच कराए। इसमें जो भी दोषी हो उसे जेल भेजा जाए। प्रवीन शाक्य ने कहा कि पीएफ कर्मचारियों का भविष्य होता है। प्रदर्शन में क्षेत्रीय अध्यक्ष ललेश यादव, अरविंद कुमार निगम, पीयूष सारस्वत आदि मौजूद थे।
संयुक्त संघर्ष समिति का गठन
पीएफ को लेकर विद्युत कर्मियों ने बड़े आंदोलन की तैयारी कर ली है। अलीगढ़ में संयुक्त संघर्ष समिति बनाई गई है। इसमें जेई से लेकर चीफ इंजीनियर तक आंदोलन को उतर सकते हैं। इससे जिले में 2000 के करीब विद्युत कर्मी आंदोलन पर जा सकते हैं।
गड़बड़ हो सकती है आपूर्ति
यदि जिले के 2000 के करीब विद्युत कर्मी आंदोलन में कूद पड़ेंगे तो आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ा सकती है। बुधवार को विद्युत कर्मियों का जिस प्रकार से आक्रोश था, उससे साफ पता चल रहा था कि वह आगे बड़ा आंदोलन कर सकते हैं।
अलीगढ़ आया सुर्खियों में
यूपी पावर कार्पोरेशन में पीएफ घोटाले में अलीगढ़ भी सुर्खियों में आ गया है। पीएफ के पैसे की दीवान हाउसिंग लिमिटेड (डीएचएफएल) में निवेश करने के लिए जिस बैठक में निर्णय लिया गया था, उसमें बतौर चेयरमैन संजय अग्रवाल भी थे। वह गभाना तहसील क्षेत्र के गांव कौरह रुस्तमपुर के रहने वाले हैं। उनका परिवार लखनऊ में रहता है। उन्होंने गभाना क्षेत्र में तमाम कार्य भी कराए हैं। इससे क्षेत्र के लोगों का काफी आत्मीय जुड़ाव भी है। बताया जाता है कि वरिष्ठ आइएएस संजय से पूछताछ की जा सकती है।