PM Kisan Samman Nidhi: 31 मई से पहले जरूर करवा लें ये काम, नहीं तो अटक सकती है सम्मान निधि
PM Kisan Samman Nidhi किसानों की हीलाहवाली उन्हें सम्मान निधि के लाभ से वंचित कर सकती है। जल्द ही सम्मान निधि की 11वीं क़िस्त आएगी लेकिन जिन लाभार्थियों ने ई-केवाईसी नहीं करवाई है उसको लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है। 31 मई से पहले ई-केवाइसी करवाना अनिवार्य है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता: किसानों की हीलाहवाली उन्हें सम्मान निधि के लाभ से वंचित कर सकती है। किसान न सिर्फ ई-केवाइसी कराने में लापरवाही बरत रहे, बल्कि बैंक में एनपीसीआइ से आधार भी लिंक नहीं करा रहे। ऐसे 70,270 किसान कृषि विभाग ने चिह्नित किए हैं। इन किसानों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
उप निदेशक कृषि यशराज सिंह ने बताया कि जनपद के 3,72,795 किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े हैं। इनमें 70,270 किसान ऐसे हैं, जिनका आधार बैंक में एनपीसीआइ से लिंक नहीं है। इन किसानों के भुगतान नहीं हो सकेगें। ऐसे किसानों की सूची व आवेदन पत्र का प्रारूप उपसंभागों में भेज दिया गया है। बीज भंडार प्रभारियों को साफ्ट कापी भी उपलब्ध करा दी है।
उन्होंने बताया कि ऐसे किसान जिनकी किस्तें अज्ञात कारणों से रुकी हैं या 11वीं किस्त का भुगतान नहीं होता है, वे अपनी बैंक शाखा में संपर्क कर आधार को एनपीसीआइ से लिंक करा लें। लाभार्थियों के लिए ई-केवाइसी 31 मई तक कराना अनिवार्य है।
ई-केवाइसी केवल कामन सर्विस सेंटर या जनसेवा केंद्र के माध्यम से ही होगी। अन्य सभी विकल्प बंद कर दिए गए हैं। इसके लिए किसानों का मोबाइल नंबर उनके आधार से जुड़ा होना आवश्यक है। किसी का मोबाइल नंबर उनके आधार से नहीं जुड़ा है या उनका नंबर बदल गया है, तो किसान पहले अपना मोबाइल नंबर आधार से जुडवाएं, फिर ई-केवाइसी कराएं।
आधार से मोबाइल नंबर जोडऩे के लिए पोस्ट आफिस से अपना आधार अपडेट करा सकते हैं। ई-केवाइसी न होने से किसान 11वीं किस्त से वंचित रह जाएंगे। जिनका एनपीसीआई से आधार लिंक नहीं होगा, उन्हें भी आगे की किस्तें नहीं मिल पाएगी।
जनसेवा केंद्र के माध्यम से ही होगी ई-केवाइसी
ई-केवाइसी केवल कामन सर्विस सेंटर या जनसेवा केंद्र के माध्यम से ही होगी। अन्य सभी विकल्प बंद कर दिए गए हैं। इसके लिए किसानों का मोबाइल नंबर उनके आधार से जुड़ा होना आवश्यक है। किसी का मोबाइल नंबर उनके आधार से नहीं जुड़ा है या उनका नंबर बदल गया है, तो किसान पहले अपना मोबाइल नंबर आधार से जुडवाएं, फिर ई-केवाइसी कराएं।