महीनों पहले बंद हो चुका है केरोसिन का वितरण, अलीगढ़ में साफ्टवेयर पर आ रहा विकल्प
क्वार्सी गांव में होली चौक के निकट राशन की दुकान पर हंगामाकार्ड धारकों ने की मिट्टंी के तेल की मांग।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सरकार सस्ते गल्ले की दुकानों पर केरोसिन (मिट्टंी के तेल) का वितरण महीनों पहले बंद कर चुकी है। लेकिन कुछ उपभोक्ताओं का अंगूठा लगने के बाद साफ्टवेयर पर अब भी केरोसिन का विकल्प आ रहा है। शनिवार को ऐसे ही मामलों को लेकर क्वार्सी थाना क्षेत्र के होली चौक के निकट राशन की दुकानों पर कार्डधारकों ने खूब हंगामा किया। कार्ड धारक जैसे ही मशीन पर अंगूठा लगाते तो सामने गेहूं-चावल की तरह केरोसिन का विकल्प भी आ जाता। ऐसे में उपभोक्ता भी डीलर से केरोसिन की मांग करने लगे। लेकिन डीलर के पास केरोसिन था ही नहीं। ऐसे में दोनों पक्षों में खूब हंगामा हुआ। जैसे-तैसे स्थानीय लोगों ने समझा बुझाकर विवाद को शांत कराया। डीएसओ शिवकांत पांडेय ने बताया कि शासन स्तर से ही राशन वितरण का साफ्टवेयर संचालित होता है। संभावना है कि इसकी तकनीकी चूक के चलते केरोसिन का वितरण आ रहा है। संबंधित डीलर से इसकी जानकारी कराकर शासन स्तर पर अवगत कराया जाएगा।
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राशन में बंट रहे पीएम-सीएम
के फोटो लगे रिफाइंड व चना
चुनाव आयोग के निर्देश पर भले ही जिला प्रशासन ने राशन वितरण में पीएम व सीएम के फोटो लगे रिफाइंड, चना व नमक के पैकेट वितरण करने पर रोक लगा दी हो, लेकिन जिले में कई दुकानों पर अब भी इन फोटो पर बिना स्लिप लगाए ही वितरण किया जा रहा है। जबकि, आपूर्ति विभाग की तरफ से दोनों नेताओं के फोटो पर स्लिप लगाकर ही वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएसओ ने कहा कि अगर ऐसा कोई मामला है तो इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हालत में पीएम और सीएम के फोटो लगे पैकेट में किसी तरह के तेल व राशन का वितरण नहीं करने दिया जाएगा। यह आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। फोटो लगे पैकेट आचार संहिता लागू होने से पहले जारी हो गए थे, इसलिए इन पर स्लिप लगाकर ढका जा रहा है।