देशद्रोह का आरोपित जेएनयू छात्र शरजील की कोर्ट में पेशी, जल्द चार्जशीट दाखिल करेगी पुलिस
असम को देश से अलग करने का बयान देने वाले जेएनयू छात्र शरजील इमाम को दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अलीगढ़ लेकर आई। कड़ी सुरक्षा के बीच शरजील को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
अलीगढ़ जेएनएन : असम को देश से अलग करने का बयान देने वाले जेएनयू छात्र शरजील इमाम को दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अलीगढ़ लेकर आई। कड़ी सुरक्षा के बीच शरजील को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। देशद्रोह के मुकदमे में शरजील का वारंट बनवाया गया है। कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा मंजूर की है। एक अक्टूबर को शरजील की फिर से पेशी होगी। इधर, अलीगढ़ पुलिस दिल्ली जाकर शरजील से पूछताछ करेगी। जल्द की चार्जशीट भी दाखिल की जा सकती है।
एएमयू में दिया था भड़काऊ भाषण
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एएमयू में आयोजित धरने में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम ने भड़काऊ भाषण दिया था। इसमें असम को देश से काटने की बात कही थी। वीडियो वायरल होने पर 26 जनवरी को सिविल लाइन थाने में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। दिल्ली, असम में भी शरजील पर मुकदमे दर्ज किए गए। 29 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने शरजील को बिहार के जहानाबाद स्थित काको थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इधर, अलीगढ़ पुलिस ने शरजील को लाने के लिए तिहाड़ जेल में बी वारंट दाखिल किए। लेकिन, इसी बीच असम पुलिस बी वारंट पर उसे साथ ले गई। फिर अलीगढ़ पुलिस ने गुवाहाटी जेल में भी बी वारंट दाखिल किए। लेकिन लॉकडाउन के चलते शरजील नहीं आ सका। 23 अगस्त को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल शरजील को प्रोडक्शन वारंट पर दिल्ली ले आई। वहीं अलीगढ़ पुलिस के बी वारंट पर शुक्रवार को दिल्ली पुलिस शरजील को अलीगढ़ लाई। सुबह करीब साढ़े 11 बजे शरजील इमाम को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। यहां 167 का वारंट बनवाया गया। कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा मंजूर की है। इसके बाद दिल्ली पुलिस शरजील को अपने साथ ले गई।
शरजील ने ये दिया था भाषण
हमारे पास संगठित लोग हों तो हम असम से हिंदुस्तान को हमेशा के लिए अलग कर सकते हैं। परमानेंटली नहीं तो एक-दो महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से कट कर ही सकते हैं। रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि उनको एक महीना हटाने में लगे। जाना हो तो जाएं एयरफोर्स से। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और भारत कट के अलग हो जाएं, तभी ये हमारी बात सुनेंगे। असम में मुसलमान डिटेंशन कैंप में डाले जा रहे हैं। छह-सात महीने में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया। असम की मदद के लिए रास्ता बंद करना होगा।
जमानत याचिका दायर करेंगे
अधिवक्ता इरफान गाजी ने बताया कि बी वारंट पर शरजील इमाम को लाया गया था। कोर्ट ने न्यायिक अभिरक्षा दी है। एक अक्टूबर को फिर से पेशी होगी। जल्द ही शरजील की जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी।
तिहाड़ और गुवाहाटी जेल में कई बार बी वारंट भेजे थे। लेकिन, लॉकडाउन के चलते शरजील नहीं आ सका था। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस शरजील को लेकर आई। उसका 167 का वारंट बनवाया गया है। जल्द ही चार्जशीट दाखिल होगी।
अनिल समानिया, सीओ तृतीय