जिन्ना की तस्वीर विवादः 15 दिन से चल रहा एएमयू छात्रों का धरना व भूख हड़ताल खत्म
जेएनयू से गायब चल रहे छात्र नजीब की मां ने भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को जूस पिलाया। इसके बाद रमजान को देखते हुए धरना खत्म की घोषणा की गई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद के दौरान छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में 15 दिन से चल रहा धरना बुधवार को खत्म हो गया। कई मांगों को लेकर छात्र पांच दिन से भूख हड़ताल पर भी थे। शाम को कुलपति प्रो. तारिक मंसूर छात्रों के बीच पहुंचे। जेएनयू से गायब चल रहे छात्र नजीब की मां ने भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को जूस पिलाया। इसके बाद रमजान को देखते हुए धरना खत्म की घोषणा की गई। इससे इंतजामिया ने राहत की सांस ली है।
धरना के चलते यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट बॉबे सैयद इसके चलते बंद था। विवाद भाजपा सांसद सतीश गौतम के पत्र के बाद हुआ था। 30 अप्रैल को सांसद ने कुलपति को पत्र लिखकर पूछा था कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर है या नहीं। अगर है तो क्यों? इसके दूसरे दिन दो मई को कुछ हिंदूवादी बॉबे सैयद पर पहुंच गए और एएमयू के खिलाफ नारेबाजी की।
दोपहर बाद एएमयू के सैकड़ों छात्र रिपोर्ट दर्ज कराने जा रहे थे, रास्ते में पुलिस से उनका टकराव हुआ। पुलिस की लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गए। लाठीचार्ज के विरोध व अन्य मांगों को लेकर छात्र दो मई की रात को ही धरने पर बैठ गए थे। छात्र संघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी व सचिव मो. फहद की इतर उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर 12 मई को भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।