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मौसमः रात झमाझम, सुबह से उमस ने फिर किया परेशान aligarh news

सोमवार की देर शाम उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को भले राहत मिली। रात जोरदार बरसात हुई लेकिन मंगलवार की सुबह से ही उमस बेहाल किए हुए हैं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 07:46 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2019 07:46 AM (IST)
मौसमः रात झमाझम, सुबह से उमस ने फिर किया परेशान  aligarh news
मौसमः रात झमाझम, सुबह से उमस ने फिर किया परेशान aligarh news

अलीगढ़ (जेएनएन)। सोमवार की देर शाम उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों को भले राहत मिली। रात जोरदार बरसात हुई, लेकिन मंगलवार की सुबह से ही उमस बेहाल किए हुए हैं। बरसात से जगह-जगह जलभराव के हालात पैदा हो गए। रात बरसात के चलते कई  क्षेत्रों की बिजली भी गुल रही। देहात में बरसात से किसानों को राहत मिली है।  मानसून के इंतजार में धान की रोपाई देर से शुरू हुई थी। नलकूप के सहारे रोपाई कर रहे किसानों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा था। बारिश होने से अब राहत मिली है। कृषि वैज्ञानिक उन्हें मेड़बंदी की सलाह दे रहे हैं, जिससे बारिश का पानी खेतों में ही रहे। जिले में 82 हजार हेक्टेयर धान का रकबा है। एक हेक्टेयर की रोपाई में 10 लाख लीटर पानी खर्च होता है। बारिश न होने से ये पानी नलकूपों से ही लिया जा रहा था। उप कृषि निदेशक (शोध) वीके सचान बताते हैं कि नलकूप से रोपाई कर किसानों पर अतिरिक्त खर्चा व प्रदूषण तो बढ़ ही रहा है, भूगर्भ जल का दोहन भी हो रहा है। 25-30 मिलीमीटर बारिश से किसानों को राहत मिली है।

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बारिश में दो मकानों के छ'जे गिरी, गंभीर हादसा टला

बारिश के बाद सासनीगेट क्षेत्र के  खाईडोरा  मकान का छ'जा गिर पड़ा। इससे वहां से गुजर रही बिजली लाइन के तार टूट गए। दो स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई। टीकाराम बगीची निवासी भावेश सारस्वत  के मकान का छ'जा रात करीब 12 बजे भरभरा कर ढह गया।  यहां भी बिजली की केबल टूट गई।

लबालब शहर

मानसून के इंतजार में टकटकी लगाए बैठा शहर सोमवार शाम हुई 70 मिनट की बारिश में जलमग्न हो गया। बारिश के इस पानी में सरकारी इंतजामों के सारे दावे डूब गए। शहर के ज्यादातर इलाकों में जलभराव के विषम हालात थे। सेंटर प्वाइंट, मैरिस रोड, रामघाट रोड, अचल ताल, खैर रोड, दोदपुर आदि प्रमुख मार्गों पर डेढ़ से दो फीट पानी भर गया। शहर के निचले इलाकों में सबसे बुरा हाला था। नगर आयुक्त ने देरशाम शहर का दौरा कर हालातों का जायजा लिया।

अधूरे नाले बने जलभराव की वजह

मानसूनी बारिश में यह पहला मौका था, जब जलभराव की इतनी विकराल समस्या पैदा हुई। जो इलाके बारिश में ज्यादा प्रभावित नहीं होते थे, वे क्षेत्र भी ताल-तलैया बन गए। इसकी मुख्य वजह नालों का निर्माण कार्य अधूरा छोडऩा है। सेंटर प्वाइंटर, मैरिस रोड, दोदपुर, रामघाट रोड, गूलर रोड आदि मार्गों पर एडीए का नाला निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे समय रहते पूरा नहीं किया गया। पानी की निकासी बंद है। घर, दुकानों से निकला पानी सड़कों पर भर रहा है। ऐसे में तेज बारिश से नाले, नालियां ओवर फ्लो होकर सड़कों पर बहने लगे। शहर के निचले इलाकों के हालात बदहाल हैं। शाहजमाल, कुंवर नगर, महेंद्र नगर, गोविंद नगर, अशोक नगर, नई बस्ती, राजेंद्र नगर आदि मोहल्लों में घुसा पानी घरों में प्रवेश कर गया। लोग घरों में कैद होकर छतों पर चले गए। शाम सवा पांच बजे हुई बारिश से मुख्य मार्गों पर भरा पानी चार घंटे बाद घटना शुरू हुआ।

नाला कटने से भरा पानी

क्वार्सी बाईपास पर नाला कटने से गोविंद नगर व आसपास के मोहल्लों में पानी भर गया। हालांकि, नाला ज्यादा नहीं कटा था, लेकिन इसी से उन इलाकों में त्राहि-त्राहि मच गई। बारिश बंद होने पर लोगों ने मिट्टी भरी बोरी आदि डालकर कटान बंद किया। इधर, जकरिया, धौर्रा, सरसैयद नगर से गुजर रहे नाले ओवर फ्लो हो चुके थे।

गूलर रोड पर विकराल हालात

बारिश के पानी से गूलर रोड पर विकराल हालात बन गए। पूरा इलाका मानों ताल-तलैया बन गया हो। आधे शहर का पानी इसी इलाके में आता है। निगम अफसरों की मानें तो बारिश का पानी नई बस्ती नाले से होते हुए गूलर रोड पर भरता है। पोखर पर कब्जे के चलते ऐसे हालात बन रहे हैं। यही वजह है कि पोखर का वास्तविक स्वरूप में लाया जा रहा है।

नगर निगम का कंट्रोल रूम अलर्ट

नगर निगम के कंट्रोल रूम को अलर्ट कर अधिकारी, कर्मचारियों की तैनाती कर दी है। पंपिंग स्टेशन सक्रिय कर दिए हैं। निचले इलाकों से पानी निकाला जा रहा है। नगर आयुक्त के मुताबिक महाप्रबंधक जल सचिंद्र कुमार शर्मा से सभी पंपिंग स्टेशनों को पूर्ण क्षमता से चलवाने को कहा है। आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम को अलर्ट कर 30 अधिकारी, 40 कर्मचारी नियुक्त किए हैं। लाल डिग्गी स्टोर पर बालू, बदरपुर के कट्टे भरवाकर रखे गए हैं। वर्कशॉप व कंट्रोल रूम पर छह जेसीबी मशीन, 10 ट्रैक्टर, चार सीवर मशीन, पांच पंप सेट, चार रोबट लोडर व 25 कर्मचारी अलग से लगाए हैं।

उमस भरी गर्मी से राहत

बारिश ने उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत भी दी। शाम सवा पांच बजे शुरू हुई बारिश में बच्चे, बड़े जी भरकर नहाए। छतों में बच्चे अठखेलियां करते नजर आए। महिलाएं भी बारिश का आनंद लेने में पीछे नहीं रहीं। तापमान भी घटकर 34 डिग्री पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिक इस हफ्ते घने बादल छाए रहने के दावे कर रहे हैं। शहर में गिरासू भवनों पर नगर निगम ने नोटिस जारी किए हैं। ऐसे आधा दर्जन से अधिक मकान चिह्नित कर लिए गए हैं।


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