AMU गणतंत्र दिवस समारोह में हंगामे के आरोपित पूर्व छात्र को छुड़ाने के लिए लगाया जाम, हंगामा Aligarh news
गणतंत्र दिवस पर एएमयू से उठी विरोध की चिंगारी ने फिर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की।
अलीगढ़ [जेएनएन]। गणतंत्र दिवस पर एएमयू से उठी विरोध की चिंगारी ने फिर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की। एएमयू के समारोह में खलल डालने वाले छात्रों में से एक पूर्व छात्र को जेल भेजने पर छात्र भड़क गए और चुंगी गेट पर रास्ता जाम कर धरने पर बैठ गए। सात घंटे जमकर हंगामा काटा। डीएम-एसएसपी ने पांच छात्रों को बुलाकर सोमवार सुबह रिहा करने की बात कही, तब जाकर रात 11:30 बजे धरना समाप्त हो सका।
यह है मामला
एएमयू में सुबह गणतंत्र दिवस समारोह में कुछ छात्रों ने वीसी गो बैक के नारे लगाए थे। इस पर एएमयू के सुरक्षा कर्मियों ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इंतजामिया ने चार छात्रों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इससे भड़के छात्रों ने पहले प्रॉक्टर ऑफिस का घेराव किया। छात्रों को छोडऩे का दबाव बनाया। इसके बाद जमालपुर के करीब 500-600 लोगों के साथ चुंगी गेट पर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने तीन छात्र छोड़ दिए, लेकिन एक पूर्व छात्र अहमद फराज मुस्तफा निवासी कासगंज को शांति भंग में जेल भेज दिया। जिसे छुड़वाने के लिए छात्रों ने करीब चार बजे चुंगी गेट पर धरना शुरू कर दिया। इसे लेकर पुलिस अलर्ट हो गई। पीएसी व आरएएस के अलावा महिला पुलिस बल तैनात कर दिया गया। देर शाम डीएम-एएसपी ने पांच छात्रों को बात करने के लिए बुलाया।
ऐसे हुआ धरना समाप्त
डीएम ने आश्वासन दिया कि सुबह 11 बजे छात्र को छोड़ दिया जाएगा। इसके बाद छात्रों के कहने व प्रोफेसरों के समझाने पर पर लोग धरने से हटे।
एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के बाद से धरना जारी
एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के बाद से ही धरना जारी है। सीएए के विरोध के साथ छात्र कुलपति व रजिस्ट्रार के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। कैंपस में पुलिस कार्रवाई को लेकर छात्रों में गुस्सा हैं। 15 दिसंबर के बाद से निरंतर धरना जारी है। धरने पर निरंतर सभाएं हो रही हैं। इससे एएमयू कैंपस का माहौल गर्म है। इससे पहले सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी (प्लस टू) स्कूल के छात्रों ने दोपहर में कैंपस में मार्च निकाला। बाबे सैयद पर उन्होंने इंतजामिया के खिलाफ नारेबाजी की। जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कार्यालय से रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने बाबे सैयद तक मार्च निकाला। डॉक्टरों ने सीएए के विरोध के साथ कुलपति के इस्तीफे की भी मांग की। महिलाओं ने कैंपस में मार्च निकाला।