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Jagaran Youth Parliament : पारदर्शिता व संवैधानिक मूल्य लोकतंत्र में महत्वपूर्ण

दैनिक जागरण द्वारा एएमयू के स्ट्रेची हॉल में आयोजित युवा संसद का समापन हुआ। बजट सत्र के तीसरे व आखिरी दिन तदर्थ समिति ने वर्ष 2000 की अंबानी बिड़ला रिपोर्ट पेश की।

By Edited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 08:16 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 08:16 AM (IST)
Jagaran Youth Parliament : पारदर्शिता व संवैधानिक मूल्य लोकतंत्र में महत्वपूर्ण
Jagaran Youth Parliament : पारदर्शिता व संवैधानिक मूल्य लोकतंत्र में महत्वपूर्ण

अलीगढ़ (जेएनएन)। दैनिक जागरण द्वारा एएमयू के स्ट्रेची हॉल में आयोजित युवा संसद का समापन हुआ। बजट सत्र के तीसरे व आखिरी दिन तदर्थ समिति ने वर्ष 2000 की अंबानी बिड़ला रिपोर्ट पेश की। आरटीआइ संशोधन विधेयक 2013 पारित नहीं हो सका। 

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अंबानी बिडला रिपोर्ट पर हुई चर्चा
अंबानी बिड़ला रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने शैक्षणिक संस्थानों के राजनीतिकरण पर प्रतिबंध के बिंदु पर अपनी असहमति दी। सुझाव भी जोड़ा गया कि मनोविश्लेषण और बाल मनोविज्ञान विशेषज्ञों को विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में नियुक्त किया जाना चाहिए।

संसद तक पहुंचें युवा सांसद
समापन समारोह में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी ने युवा सांसदों को प्रमाण पत्र दिए। युवा सांसदों से कहा कि लोकतंत्र की ताकत है कि यूक्रेन में एक कोमेडियन राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। अपने देश में भी बॉलीवुड से तमाम लोग संसद तक पहुंचे हैं। उम्मीद जताई कि युवा सांसदों में से भी कोई संसद का रास्ता तय कर देश का मार्गदर्शन करें।

पक्ष-विपक्ष ने मिलकर किया आंकलन
वित्त समिति के सदस्य रजत शानदिल्य ने बताया कि बजट सत्र के आखिरी दिन अम्बानी बिरला रिपोर्ट पर चर्चा की। पक्ष और विपक्ष ने मिलकर इसका आकलन किया।  शिक्षा की गुणवत्ता के लिए सुझाव रखें। विपक्ष के सदस्य मोहम्मद असदुल्लाह ने बताया कि भारत के शिक्षा प्रणाली पर सिफारिशें दी गईं। इससे हम को काफी कुछ सीखने को मिला। सरकार की शिक्षा में क्या भूमिका होनी चाहिए इसे जाना।

लोकतांत्रिक विचारों को मजबूत करती है छात्र राजनीति
संसदीय कार्यमंत्री मयंक गुप्ता ने बताया कि मैंने शिक्षण संस्थानों के राजनीतिकरण पर सख्त प्रतिबंध के दृष्टिकोण का विरोध किया। क्योंकि छात्र राजनीति समाज में लोकतांत्रिक विचारों को मजबूत करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गृह एवं विदेश समिति के सदस्य दिव्यांक ने बताया कि मनोविश्लेषण और बाल मनोविज्ञान में प्रशिक्षित लोगों को सरकारी और निजी शैक्षिक संस्थानों में नियुक्त किया जाना चाहिए। जो मनोवैज्ञानिक मुद्दों का सामना करने वाले बच्चों की मदद करने के लिए हो।

साथ लेकर चले पक्ष-विपक्ष
उपसभापति धीरज कुमार ने बताया कि उप सभापति होने के नाते सदन में विपक्ष और पक्ष साथ मिलकर समाधान की तरफ  कैसे बढ़े इस पर ध्यान दिया। विपक्ष की सदस्य मल्लिका कपूर ने बताया कि बजट सत्र के दौरान बजट बनाने की बारीकियों को जाना। बिरला अंबानी की शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की रिपोर्ट पर चर्चा अच्छी रही। विपक्ष के सदस्य मोहम्मद आसिफ  ने बताया कि बजट बनने की प्रक्रिया को जाना। सूचना का अधिकार (संशोधन) विधेयक  2013 पर हुए मतदान में भाग लिया।


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