प्रदेश के मुख्य सचिव तक पहुंचा निजी बस चालकों पर कार्रवाई का मामला, हड़ताल जारी
अलीगढ़- टप्पल, जेवर मार्ग पर चलने वाली निजी बसों के चालकों को बेवजह गिरफ्तार कराने का मामला शनिवार को प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय तक पहुंच गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़- टप्पल, जेवर मार्ग पर चलने वाली निजी बसों के चालकों को बेवजह गिरफ्तार कराने का मामला शनिवार को प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय तक पहुंच गया। उन्हें बस ऑपरेटर यूनियन के महाप्रबंधक मोहन दत्त शर्मा उर्फ टीटू ने फोन बतया कि एसडीएम जोगेंद्र सिंह चालकों को शांतिभंग की धारा में बंद करा रहे हैं। तीन चालकों को बंद कराया जा चुका है। एसडीएम उत्पीडऩ का भी आरोप लगाया गया। इस पर उन्होंने डीएम को जांच व कार्रवाई के लिए निर्देशित करने का आश्वासन दिया। वहीं, बस अलीगढ़- टप्पल, जेवर मार्ग के निजी बस संचालकों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान टप्पल इंटरचेंज व जट्टारी स्थित कार्यालय पर बस ऑपरेटर व चालक-परिचालकों ने धरना-प्रदर्शन किया। बसों का संचालन ठप रहने से संबंधित रूट के यात्रियों को डग्गेमार वाहनों के जरिए जोखिम भरा सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
प्रशासन को उपलब्ध नहीं कराएंगे बसें
यूनियन के महाप्रबंधक मोहन दत्त शर्मा उर्फ टीटू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अन्य चुनावी रैलियों में प्रशासन को बसें उपलब्ध नहीं कराई जाएंगी। आरटीओ स्तर से भी बसों का जबरन अधिग्रहण कर लिया जाता है। बदले में उन्हें बसों का किराया नही दिया जाता है और बेगार ली जाती है। उन्होंने इस बात पर ऐतराज जताया कि शहर से रोडवेज बसों के अलावा डग्गेमार वाहनों का संचालन हो रहा है। ऐसे में सवारियां शहर से बना दिए गए बस अड्डे तक कैसे पहुंचें? इस हालात में करीब ६० बसों के चालक-परिचालकों को बसों का संचालन करने में घाटा हो रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण को लेकर बस ऑपरेटर सोमवार को कमिश्नर अजयदीप सिंह से मिलेंगे। तब तक बसों का संचालन ठप रहेगा।
बसों के इंतजार में भटकते रहे यात्री
जेवर, टप्पल, जट्टारी, खैर व लोधा रूट से शहर आने व वापस जाने वाले मुसाफिरों को बसों की किल्लत होने से बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान उन्हें टैंपो, जीप, मिनी बस एवं अन्य डग्गेमार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। आरटीओ प्रशासन राधेश्याम का कहना है कि बस ऑपरेटरों से यात्रियों को पैदा हो रही दिक्कतों को अपनी बसों का संचालन निर्धारित बस स्टैंड से करने को समझा दिया गया है। किंतु अभी वे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलित हैं।