कोरोना अस्पताल की खिचड़ी में कीड़े,वीडियो वायरल Aligarh News
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के लोधा स्थित जीवन ज्योति कोरोना अस्पताल में भर्ती संक्रमितों को नाश्ते में दी जाने वाली खिचड़ी में कीड़े निकल आए।
अलीगढ़ जेएनएन: उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के लोधा स्थित जीवन ज्योति कोरोना अस्पताल में भर्ती संक्रमितों को नाश्ते में दी जाने वाली खिचड़ी में कीड़े निकल आए। मरीजों ने शिकायत की तो स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। मरीजों ने हंगामा कर दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। भनक प्रशासन को लगी तो एसडीएम कोल संजीव ओझा व एसीएमओ डॉ. दुर्गेश अस्पताल पहुंच गए। खाने की आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को फटकार लगाई। जेल भेजने की चेतावनी दी।मरीजों को समझा-बुझाकर शांत किया।
ठेकेदारी पर है खाने की व्यवस्था
जीवन ज्योति अस्पताल कोरोना लेवल 1 का है। इसमें 150 से अधिक मरीज भर्ती हैं। प्रशासन ने कोरोना अस्पताल में खाने की सप्लाई का काम ठेकेदारों को दे रखा है। गुरुवार को अस्पताल में सुबह के नाश्ते में खिचड़ी दी गई। खिचड़ी में कीड़े थे। मरीजों ने खिचड़ी में कीड़े के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। एसडीएम ने बताया कि जानकारी मिलते ही वे अस्पताल पहुंच गए। समस्या का समाधान करा दिया गया है।
गलत ऑपरेशन व कोरोना से मौत, मामला रफा-दफा
अलीगढ़ : शहर के एक निजी अस्पताल में खुर्जा की 18 वर्षीय युवती की आंतों का गलत ऑपरेशन कर दिया गया। करीब 90 हजार रुपये ऐंठ लिए गए। हालात बेकाबू हुए तो उसे दूसरे ऑपरेशन के लिए रेफर कर दिया। दूसरी जगह ऑपरेशन तो सही होने का दावा हुआ, मगर डॉक्टर ने सांस में तकलीफ होने पर वेंटीलेटर के लिए तीसरे अस्पताल रेफर कर दिया। यह युवती का कोरोना टेस्ट हुआ। पहले तो युवती की हालत संभली, फिर मौत हो गई। स्टाफ ने कोविड रिपोर्ट का इंतजार किए बगैर स्वजनों को शव सौंप दिया। तीसरे दिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो स्वास्थ्य विभाग ने बुलंदशहर सीएमओ को सूचना देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। शव सुपुर्दगी में लेने वाले युवती के बहनोई की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
खुर्जा निवासी अमृतलाल की 18 वर्षीय बेटी का इलाज सारसौल के प्रसिद्ध हॉस्पिटल में चल रहा था। रिश्तेदार जितेंद्र कुमार ने बताया कि आंत के ऑपरेशन के लिए एक जुलाई को उसे भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के बाद 12 जुलाई तक आइसीयू में रखा, फिर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया। दो दिन बाद पांच ड्रेङ्क्षसग की सलाह देते हुए डिस्चार्ज कर दिया। 18 जुलाई को दोबारा युवती को ड्रेसिंग के लिए भर्ती कराया। टांके लगाने के दौरान स्टाफ ने कोई नली पेट में डाली। इसके बाद से मरीज की हालत बिगड़ती चली गई। पहले डॉक्टरों ने दूसरे ऑपरेशन की जरूरत बताई। फिर, 25 जुलाई को अन्य ऑपरेशन की सलाह देकर रेफर कर दिया। परिवार वालों के टोकने पर अभद्रता भी की। युवती का सेंटर प्वॉइंट स्थित हॉस्पिटल में पुन: ऑपरेशन कराया गया। डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन तो ठीक हो गया है, मगर वेंटीलेटर के लिए रामघाट रोड किशनपुर तिराहा के पास हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां उसकी कोविड जांच के लिए सैंपल लिया गया। 26 जुलाई की युवती की मौत हो गई।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। कोई लिखित शिकायत करे तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. बीपीएस कल्याणी, सीएमओ