Move to Jagran APP

Independence Day 2022: श्रीचंद सिंघल जेल जाने से पहले बार-बार क्‍यों नहाए, जेल जाने के लिए अफसरों से खुद ही लगाई थी सिफारिश

Independence Day 2022 नौ अगस्त को बम्बई (मुंबई) में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में महात्मा गांधी मौलाना अबुल कलाम आजाद जवाहर लाल नेहरू समेत कई दिग्गज नेताओं की गिरफ्तारी की खबर अलीगढ़ में 10 अगस्त 1942 को पहुंची।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 10 Aug 2022 07:43 AM (IST)Updated: Wed, 10 Aug 2022 07:43 AM (IST)
Independence Day 2022: श्रीचंद सिंघल जेल जाने से पहले बार-बार क्‍यों नहाए, जेल जाने के लिए अफसरों से खुद ही लगाई थी सिफारिश
एएमयू के प्रोफेसर एमरेटस इरफान हबीब ने दीं अहम जानकारी।

अलीगढ़, संतोष शर्मा। नौ अगस्त को बम्बई (मुंबई) में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में महात्मा गांधी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, जवाहर लाल नेहरू समेत कई दिग्गज नेताओं की गिरफ्तारी की खबर अलीगढ़ में 10 अगस्त 1942 को पहुंची। इसके बाद तो अलीगढ़ में कांग्रेस नेताओं की अगुवाई में स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया। अंग्रेजी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। उनमें से श्रीचंद सिंघल ऐसे क्रांतिकारी थे, जो खुद ही जेल जाने की तैयारी में जुट गए।

loksabha election banner

जेल में नहीं थींं अधिक सुविधाएं 

जेल में कैदियों को अधिक सुविधा नहीं दी जाती थी, इसलिए वह जेल जाने से पहले बार-बार नहाए। उन्होंने अपने एक कार्यकर्ता को प्रख्यात इतिहासकार व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमरेटस इरफान हबीब AMU Amartas Prof Irfan Habib के पिता प्रो. मोहम्मद हबीब के पास इसलिए भेजा कि वह कलक्टर से कहें कि उन्हें गिरफ्तार कर लें।

लाठी चार्ज मेंं कांग्रेसी घायल हुए

AMU Prof Irfan की उम्र उस समय 15 साल के आसपास रही होगी। प्रो. इरफान बताते हैं कि वो ऐसा समय था, जब हर किसी के अंदर स्वतंत्रता की भूख थी। अंग्रेजों के खिलाफ गुस्सा था। उस समय संचार की व्यवस्था आज के जैसी नहीं थी। सूचना मिलने में ही कई-कई दिन लग जाते थे। महात्मा गांधी व अन्य नेताओं की गिरफ्तारी की खबर दूसरे दिन अलीगढ़ के लोगों को पता चली। क्रांतिकारियों का दमन करने के लिए अंग्रेजी प्रशासन भी सड़कों पर था। इसके बाद भी रेलवे रोड, महावीर गंज, मदारगेट से कांग्रेस नेताओं ने जुलूस निकाले। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लाठी चार्ज में बहुत से कांग्रेसी घायल भी हुए, लेकिन जोश ठंडा नहीं हुआ। जेल जाने के दौरान वह अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।

खुुद ही की जेल जाने की तैयारी 

प्रो. इरफान ने बताया कि Shri Chandra Singhal मेरे पिताजी के मित्र थे। इसलिए उन्होंने अपने कार्यकर्ता से पिताजी के पास संदेश भिजवाया कि वह कलक्टर से बात कर उन्हें गिरफ्तार कराएं। पिताजी को हंसी तब आई जब उन्हें श्रीचंद्र सिंघल के कार्यकर्ता ने बताया कि जेल जाने की तैयारी में श्रीचंद्र बार-बार नहा रहे हैं। कह रहे हैं कि जेल में नहाने को मिले या न मिले।

शहर सीट से बने थे पहले विधायक

1901 में जन्मे Shri Chandra Singhal 1930 में कांग्रेस से जुड़ गए। 1941 में इन्हें व्यक्तिगत सत्याग्रह में एक वर्ष की जेल और 100 रुपये का जुर्माना हुआ था। 1942 में गिरफ्तार हुए और नौ माह तक जेल में रहे। जिला कांग्रेस कमेटी में अध्यक्ष रहे। 1952 में हुए विधानसभा चुनाव में शहर सीट से जीत हासिल की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.