अलीगढ़ में तनाव के बीच बढ़ी कारतूसों की बिक्री, ये है वजह Aligarh News
तनावपूर्ण माहौल के बीच असलहा की दुकानों से कारतूसों की बिक्री में बढ़ोत्तरी होने की सूचना ने प्रशासन के हाथ-पैर फुला दिए हैं। डीएम ने मजिस्ट्रेटों को दुकानों की जांच के आदेश दिए है
अलीगढ़ [जेएनएन]: तनावपूर्ण माहौल के बीच असलहा की दुकानों से कारतूसों की बिक्री में बढ़ोत्तरी होने की सूचना ने प्रशासन के हाथ-पैर फुला दिए हैं। डीएम ने मजिस्ट्रेटों को दुकानों की जांच के आदेश दिए हैं। एक दिसंबर के बाद एक साथ 20 से अधिक कारतूस खरीदने वाले जांच के दायरे में होंगे। पुलिस के माध्यम से कारतूसों का भौतिक सत्यापन होगा। कारतूस नहीं मिलते हैं तो लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों की मानें तो शहर के मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों ने बड़ी संख्या में कारतूस खरीदे हैैं। लाइसेंसधारकों को कारतूसों की अवैध बिक्री हो रही है।
कारतूस खरीदने के ये हैं नियम
जिले में असलहा की 58 दुकानें हैं। इनमें 46 शहरी व 16 देहात में हैं। नियमों के मुताबिक कोई भी लाइसेंसधारक एक बार में अधिकतम 100 व साल में 200 कारतूस खरीद सकता है, लेकिन 80 फीसद खोखे वापस करने होंगे। कारतूस खरीदने से पहले प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। सीएए के विरोध में चल रहे धरना-प्रदर्शन से शहर में तनाव है। प्रशासन को सूचना मिली कि पिछले कुछ दिनों में कारतूसों की बिक्री बढ़ गई है।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
डीएम ने असलहा की दुकानों के जांच के आदेश दिए हैैं। गुरुवार को सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह, एसीएम प्रथम कुलदेव सिंह, एसडीएम खैर समेत अन्य अफसरों ने दुकानों की जांच की। पूरे दिन में करीब 16 दुकानें देखी गईं। दुकानदारों से एक दिसंबर के बाद हुई कारतूस बिक्री का रिकॉर्ड तलब किया गया। सैकड़ों लोग ऐसे मिले, जिन्होंने एक साथ 50 से अधिक कारतूस खरीदे हैं।
पुलिस करेगी सत्यापन
मजिस्ट्रेटों के चिह्नांक के बाद पुलिस शस्त्रधारकों के कारतूसों का सत्यापन करेगी। इसमें खोखे व कारतूस की स्थिति देखी जाएगी। कहीं हिसाब में गड़बड़ी मिलती है तो लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है। सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह का कहना है कि असलहा दुकानों की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई होगी।