Income Tax Raid: अलीगढ़ में मीट कारोबारी हाजी जहीर के यहां मिली करोड़ों की नकदी-गहने, मनी लांड्रिंग की आशंका
Income Tax Raid In Aligarh नकदी-गहने देख आयकर अधिकारियों की खुली रह गईं आंखें। मीट कारोबारी जहीर के यहां लगातार 84 घंटे बाद भी सर्च कार्रवाई जारी घरों से हटे अधिकारी बेटों को लेकर स्लाटर हाउस पर डाला डेरा
अलीगढ़, जागरण टीम। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मीट कारोबारियों में शामिल अलदुआ मीट फैक्ट्री के मालिक हाजी जहीर के यहां आयकर विभाग के अधिकारियों को बड़ी मात्रा में नकदी, विदेशी मुद्रा, सोना-चांदी के आभूषण व बेनामी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। नकदी करोड़ों में बताई जा रही है। कई बोगस खातों का भी पता लगा है, जिसके माध्यम से काले से सफेद धन बनाने का खेल होना माना जा रहा है। हालांकि, इन बातों की पुष्टि किसी ने नहीं की है।
छोटा भाई मनी लांड्रिंग का मास्टर माइंड
जहीर का छोटा भाई अतीक मनी लान्ड्रिंग का मास्टरमाइंड बताया गया है। बीवी फरजाना के खातों में बड़े स्तर पैसा जमा होने की भी जानकारी मिली है। 11 ठिकानों पर सर्च (छापामार कार्रवाई ) में जुटे विभाग के अधिकारी चौथे दिन शुक्रवार को जहीर के घर से हट गए, लेकिन उनके दो पुत्र तौसीफ व आदिल को लेकर स्लाटर हाउस पर रात तक पूछताछ और दस्तावेज खंगालते रहे। 84 घंटे बाद भी कार्रवाई जारी है। अभी तक मीट कारोबार के लेनदेन से जुड़े दस्तावेज, सर्वर से लोड किया गया डिजिटल डाटा जब्त किया गया है। पूरी कार्रवाई में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मदद नहीं ली गई।
घर-आवास पर टीम ने मारा था छापा
आयकर विभाग के स्थानीय अधिकारी भी इस संबंध में कुछ नहीं बता पा रहे हैं। देहलीगेट सराय मियां क्षेत्र निवासी जहीर के यहां मंगलवार की सुबह सात बजे विभाग की नार्थ वेस्टन रीजन, गुरुग्राम की टीमों द्वारा शुरू की गई थी। उनके चार मकान, एक रिश्तेदार का मकान, मथुरा रोड और तालसपुर स्थित स्लाटर हाउस और सारसौल बीमा नगर स्थित कारपोरेट आफिस को अधिकारियों के साथ आए केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों ने घेर लिया था। इनके अलावा दिल्ली के ओखला स्थित जहीर की एक फैक्ट्री व एक अन्य फर्म और गुरुग्राम स्थित कारपोरेट आफिस पर भी कार्रवाई हुई। शहर के आठों स्थानों के आसपास किसी को नहीं आने -जाने दिया गया। नार्थ वेस्टन रीजन, गुरुग्राम की एडिशनल डायरेक्टर अनम प्रीत सिंह, डिप्टी डायरेक्टर हरकेश के नेतृत्व 150 से अधिक अधिकारी पड़ताल में जुटे हैं।
नकदी गिनने के लिए मशीनें मंगाईं
सूत्रों के अनुसार नकदी गिनने के लिए कई मशीनों का उपयोग किया गया। हाजी जहीर, उनके स्वजन, फैक्ट्री प्रबंधन, कर्मचारी, निदेशक के बयान दर्ज किए गए हैं। अधिकारियों ने संदिग्ध प्रपत्र, बेनामी व अघोषित संपत्ति, 50 से अधिक बैंकों के खाते आदि की जानकारी जुटाई है। फारेंसिक टीम को डाटा लोड करने में परेशानी हुई। इसमें कुछ डिलीट डाटा को एक्सपर्ट से निकलवाया गया। कई मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
सेलरी पर संदेह
मांस कारोबारी हाजी जहीर के निकटस्थ कारोबारी भी आयकर विभाग के निशाने पर हैं। टीम ने खर्च व कमाई को लेकर आपत्ति दर्ज की हैं। सूत्रों के अनुसार विदेश में खरीदी गई संपत्ति पर खर्च व गुरुग्राम में एक बड़ी कंपनी के मालिक को जारी की जाने वाली सेलरी पर संदेह व्यक्त किया है। विभाग के प्रिंसिपल डायरेक्टर आनंद झा टीम की कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं।
बोगस कंपनी से काले धन को सफेद का चल रहा था खेल
जांच अधिकारियों ने सीजीएसटी की मदद भी ली। मालूम हुआ कि हाजी जहीर की कंपनी अल सना पहले से रडार पर थी। स्टार लोजिस्टिक व स्टार कार्गो कंपनी बोगस है। इसके बैंक खातों से पैसों की जमा निकासी कर काले धन को सफेद करने का चल रहा था खेल। देश की टाप फ्रोजन मीट कंपनी अल हमद एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हाजी जहीर पर शिकंजा और भी कसा जाएगा।