एससी-एसटी एक्ट के मामले में शेर सिंह राणा इसलिए हैं सुप्रीम कोर्ट के साथ, ये है वजह
राष्ट्रीय समान अधिकार पदयात्रा के संयोजक शेर सिंह राणा ने कहा कि एससी-एसटी के मामले में हम सुप्रीम के साथ हैं।
हाथरस (जेएनएन)। राष्ट्रीय समान अधिकार पदयात्रा के संयोजक शेर सिंह राणा ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उचित फैसला दिया था, मगर केंद्र सरकार ने इसे पलकर ठीक नहीं किया। पदयात्रा निकालने का उनका उद्देश्य किसी जाति धर्म एवं राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि केन्द्र सरकार की उस नीति के खिलाफ है जो देश की 80 फीसद जनमानस के विरुद्ध है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटकर काला कानून पारित किया गया है। देश में सभी के लिए समान कानून लागू होना चाहिए।
पदयात्रा का गाजियाबाद में होगा समापन
शेर सिंह राणा सिकंदराराऊ के पीडब्लूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 16 सितम्बर से प्रारम्भ हुई उनकी पदयात्रा का समापन 16 दिसम्बर को गाजियाबाद में होगा। यात्रा दस नवम्बर को सिकंदराराऊ से होकर गुजरेगी। साढे़ तीन लाख युवा पदयात्रा से जुड़ चुके हैं। पदयात्रा युवाओं को जोड़कर महापंचायत कर सरकार को घेरेगी।
देहात से भी गुजरेगी पदयात्रा
इस दौरान राष्ट्रवादी प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललित सिंह राणा ने कहा कि पदयात्रा शहर में ही नहीं बल्कि गाव देहात से होकर भी गुजरेगी। इसके लिए टीमों का गठन करके काम किया जा रहा है।
लोगों में बढ़ रही जागरूकता
अहम बात यह है कि केंद्र सरकार कीे दोहरी राजनीति को लोग समझ गए गए हैं। सर्वण समाज के लोग खुद ही एकजुट हो गए हैं। प्रेसवार्ता में सवर्ण एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष निशात चौहान, धर्मेन्द्र सिसौदिया, अतुल चौहान, खेवेन्द्र सिंह जादौन, मायादेवी चौहान, सुनील ठाकुर, मुनी प्रताप सिसौदिया, नितिन शेखावत, रामकुमार गौतम आदि ने शेर सिंह राणा का जोरदार स्वागत किया।