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स्‍कूल में तीन घंटे ताले में बंद रहे शिक्षिका व 22 बच्चे, जानिए वजह Aligarh News

गांव अलहदादपुर नींवरी स्थित प्राथमिक विद्यालय में करीब 22 बच्चे और एक शिक्षिका करीब तीन घंटे बंद रहे। आरोप है कि प्रधान अध्यापक विद्यालय के गेट पर ताला लगाकर चाबी साथ ले गए।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 12:10 PM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 12:10 PM (IST)
स्‍कूल में तीन घंटे ताले में बंद रहे शिक्षिका व 22 बच्चे, जानिए वजह Aligarh News
स्‍कूल में तीन घंटे ताले में बंद रहे शिक्षिका व 22 बच्चे, जानिए वजह Aligarh News

अलीगढ़ (जेएनएन)। लोधा ब्लॉक के गांव अलहदादपुर नींवरी स्थित प्राथमिक विद्यालय में करीब 22 बच्चे और एक शिक्षिका करीब तीन घंटे बंद रहे। आरोप है कि प्रधान अध्यापक विद्यालय के गेट पर ताला लगाकर चाबी साथ ले गए। छुट्टी के निर्धारित समय से चालीस मिनट बाद तक नहीं लौटे। घर पर इंतजार कर रहे शिक्षिका के पति ने फोन किया तो मामले की जानकारी हो सकी, जिसकी सूचना के बाद पुलिस विद्यालय पहुंच गई और प्रधान अध्यापक को बुलाकर ताला खुलवाया। बुधवार को इसकी जांच कर रिपोर्ट एबीएसए ने बीएसए को सौंप दी है, जिस पर आज फैसला होना है।

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दीवार फांद कर गईं शिक्षिका

जिले के सबसे बड़े इस विद्यालय में आठ शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं। बीएलओ की ड्यूटी के चलते चार शिक्षिका विद्यालय नहीं आ रही हैं। प्रधान अध्यापक रवेंद्र व तीन शिक्षिका विद्यालय संभाल रही हैं। मंगलवार को 50 से ज्यादा बच्चे थे।

22 बच्चे रहे स्कूल में बंद

आरोप है कि दोपहर 12 से एक बजे के बीच में प्रधान अध्यापक पेपर लाने की बात कहकर विद्यालय के गेट का ताला लगाकर चले गए। दो बजे विद्यालय की दीवार फांद कर दो शिक्षिकाएं व कुछ बच्चे घर चले गए। सारसौल निवासी शिक्षिका तरुण गौतम व 22 बच्चे स्कूल में ही बंद रहे। तीन बजे छुïट्टी होती है, लेकिन प्रधान अध्यापक साढ़े तीन बजे तक नहीं आए। घर न पहुंचने पर शिक्षिका को उनके पति दिनेश गौतम ने फोन किया और फिर विद्यालय में बंद होने की जानकारी पुलिस को दी। 3:40 बजे ताला खुलने पर शिक्षिका व बच्चे घर जा सके। इसकी शिकायत शिक्षिका ने बीएसए लक्ष्मीकांत पांडेय से की। बुधवार को एबीएसए ने विद्यालय पहुंचकर बच्चों, शिक्षिका व प्रधान अध्यापक के बयान लिए।

नहीं तो अकेले रह जाते बच्चे

तरुण गौतम स्कूटी से विद्यालय आती हैं। मंगलवार को भी विद्यालय परिसर में उनकी स्कूटी खड़ी थी। गेट का ताला न खुलने तक वे बच्चों के साथ अंदर ही खड़ी रहीं। चर्चाएं हैं कि अगर स्कूटी न होती तो वह भी अन्य शिक्षिकाओं के साथ दीवार कूदकर चली जातीं। विद्यालय के ताले की दो चाबियां हैं। एक रसोइया के पास रहती है। दूसरी शिक्षकों के पास रहती है। बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडेय का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में हैं। जांच रिपोर्ट भी आ गई है। इसका परीक्षण करके जल्द निर्णय लिया जाएगा।


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