एएमयू में धरना दे रहे छात्र की तबियत बिगड़ी, खून से लिखा राष्ट्रपति को खत
एएमयू में पीएचडी में दाखिले को लेकर धरना दे रहे छात्र फराज चौधरी का हालत बिगड़ गई। अचानक घबराहट के साथ उल्टी की शिकायत पर उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती करा गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू में पीएचडी में दाखिले को लेकर धरना दे रहे छात्र फराज चौधरी का हालत बिगड़ गई। अचानक घबराहट के साथ उल्टी की शिकायत पर उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती करा गया। बाद में उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं छात्र-छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति व कुलपति को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
यह है मामला
पीएचडी में दाखिले को लेकर छात्रों के धरना को छह दिन हो गए हैं। इंतजामिया के जवाब ने न तो छात्र सहमत है और न ही छात्रों की मांग से इंतजामिया सहमत है। समाधान न निकलने पर छात्र-छात्राओं ने आंदोलन की रणनीति बदली है। उन्होंने खून व स्याही से राष्ट्रपति व कुलपति को पत्र लिखे हैं। उसमें गंभीर आरोप लगाया है कि प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता हुई है।
बगैर आवेदन किए नाम सूची में शामिल
हिंदी विभाग का उदाहरण देते हुए कहा कि एक छात्र ने आवेदन ही नहीं किया है जबकि उसका नाम फाइनल लिस्ट में हैं। यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार सीट बढ़ाई जाए। स्पेशलाइजेशन की अनिवार्यता समाप्त की जाए। प्रवेश पक्रिया में पूरी तरह पारदर्शिता रखी जाए।
नोटिस के बाद बिगड़ी हालत
फराज चौधरी का कहना है कि इंतजामिया द्वारा नोटिस देने के बाद हालत बिगड़ गई थी। उल्टी और बुखार की शिकायत थी। इस कारण मेडिकल में भर्ती होना पड़ा। प्रॉक्टर प्रो. मोहसिन खान ने बताया कि किसी छात्र की हालत नहीं बिगड़ी है। कंट्रोलर व चेयरमैन से बात हो गई है। छात्रों से कहा गया है कि जुलाई व अगस्त में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया में भाग लें।