अलीगढ़ में 3387 लोगों ने लगवाए कोरोना के टीके , 383 ने लगवाई दूसरी डोज
जिले में कोविड-19 वायरस से बचाव के लिए शुक्रवार को 8102 के सापेक्ष 3387 (41.80 फीसद) व्यक्ति ही टीके लगवाने पहुंचे। पहली डोज के लिए 7119 में से मात्र 3004 (38.92 फीसद) ने ही टीके लगवाए जबकि 383 ने दूसरी डोज लगवाई। हालांकि टीकाकरण कम रहा।
जासं, अलीगढ़ : जिले में कोविड-19 वायरस से बचाव के लिए शुक्रवार को 8102 के सापेक्ष 3387 (41.80 फीसद) व्यक्ति ही टीके लगवाने पहुंचे। पहली डोज के लिए 7119 में से मात्र 3004 (38.92 फीसद) ने ही टीके लगवाए, जबकि, 383 ने दूसरी डोज लगवाई। हालांकि, टीकाकरण कम रहा। जिले में तीसरे चरण के अंतर्गत 60 वर्ष आयु से अधिक के बुजुर्ग व 45 वर्ष आयु से अधिक बीमार व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में जहां टीकाकरण बिल्कुल मुफ्त है, वहीं निजी अस्पताल में बुजुर्ग अथवा बीमार व्यक्ति अपने दस्तावेज व आधार कार्ड प्रस्तुत कर 250 रुपये में टीका लगवा सकता है। सीएमओ डा. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि एक अप्रैल से 45 पार सभी लोगों को टीका लगेगा।
अब सीएचओ नहीं करेंगे कोविड ड्यूटी : शासन ने कोरोना काल में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से हटाए गए कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों (सीएचओ) को वापस भेजने के आदेश जारी किए हैं। एडी हेल्थ ने समस्त सीएमओ को पत्र भेजकर बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में से एक हैं। क्षेत्र भ्रमण के दौरान पाया जाता है कि सबसेंटर पर तैनात सीएचओ जनपद मुख्यालय या ब्लाक पर कोविड कार्य के लिए संबद्ध कर लिया गया है। इससे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मानक के अनुरूप सेवाएं जनसामान्य को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। अब कम्युनिटी हेल्थ आफिसरों से कोविड कार्य न लिया जाए। उन्हें कोविड कार्य से हटकर स्वास्थ्य से जुड़ीं सेवाएं करने दी जाएं, ताकि आम जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े। स्वास्थ्य सेवाएं कोरोना काल में बेपटरी हो गई हैं।