जिले में नकली शराब का धंधा, सरकारी दुकान के सामने ही चलती रही फैक्ट्री Aligarh news
जिले में सांकरा के बाद अब खैर में बड़े पैमाने पर नकली शराब का कारोबार शुरू हो गया है। मगर यहां आबकारी विभाग अभी सख्ती नहीं कर पा रहा है।
अलीगढ़ [जेएनएन]। पंजाब में जहरीली शराब पीने से 98 लोगों की मौत के बाद यहां भी आबकारी विभाग की टीम सक्रिय हुई है। टीम ने सात स्थानों पर छापेमारी की है। हालांकि, बड़ी सफलता नहीं मिली है, मगर नकली शराब पर रोक लगाए जाने के दावे जरूर किए जा रहे हैं। जिले में सांकरा के बाद अब खैर में बड़े पैमाने पर नकली शराब का कारोबार शुरू हो गया है। मगर, यहां आबकारी विभाग अभी सख्ती नहीं कर पा रहा है।
जिले में डेढ़ महीने के भीतर दो जगह बड़ी मात्रा में नकली शराब पकड़ी गई थी। खैर के अरनी चौराहा से 100 मीटर दूर जंगल में नकली देसी शराब बनाई जा रही थी, मुखबिर की सूचना पर आबकारी विभाग की टीम ने यहां छापेमारी की तो बड़ी मात्रा में नकली शराब बरामद हुई। जिस अवैध तरीके से कारोबार किया जा रहा था। दूसरा मामला भी खैर क्षेत्र का था। यहां फतहपुर गांव में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। खास बात है कि देसी सरकारी दुकान के ठीक बगल में यह फैक्ट्री चल रही थी, मगर आबकारी विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। एसओजी टीम ने यहां छापेमारी की थी। यहां से बड़े-बड़े ड्रम, मशीनें, खाली बोतल, मार्का आदि सामग्री मिली थी। इस मामले में अभी मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ है। खैर क्षेत्र में बांकनेर, लक्ष्मणगढ़ी, पत्तन नगला आदि गांवों में नकली शराब का कारोबार चल रहा है, मगर इन गांवों आबकारी विभाग ने अभी कार्रवाई नहीं की है।
सांकरा में भी है कारोबार
सांकरा क्षेत्र में भी नकली शराब का कारोबार चल रहा है। बड़ी-बड़ी झाडिय़ों के पीछे यहां भट्टियों पर नकली शराब बनाई जाती है। मगर, एक साल के भीतर आबकारी विभाग की टीम को यहां कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। इससे पता चलता है कि टीम कि सक्रियता नहीं है।
गड़बड़ी मिली, लाइसेंस रद्द
आबकारी विभाग के धीरज शर्मा का कहना है कि दो दिन पहले टीमें गठित करके कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। टप्पल, खैर, सांकरा और जलाली आदि संभावित क्षेत्र में टीमे गईं थीं। दुकानदारों को भी सख्त निर्देश दे दिया गया है कि कहीं भी कोई गड़बड़ी मिली तो लाइसेंस रद कर दिया जाएगा।