Traffic Rule : अगर बाएं मुड़ना है तो ग्रीन सिग्नल होने का इंतजार मत करिये...Aligarh News
ट्रैफिक पुलिस ने शहर के 12 चौराहों पर बाईं तरफ का रास्ता दिखाने वाली ग्रीन लाइट को चालू कर दिया है। यह लाइट अब तक बंद होने के चलते लोगों को भ्रम भी होता था। जागरूकता के अभाव में लोग चौराहों पर घेरकर खड़े हो जाते हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। अगर आप शहर के किसी चौराहे व तिराहे पर जाम में फंसे हैं और आपको बाएं मुड़ना है तो रुकिये मत। यहां आपको ग्रीन सिग्नल होने तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है। सीधे बाएं मुड़ सकते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने शहर के 12 चौराहों पर बाईं तरफ का रास्ता दिखाने वाली ग्रीन लाइट को चालू कर दिया है। यह लाइट अब तक बंद होने के चलते लोगों को भ्रम भी होता था। जागरूकता के अभाव में लोग चौराहों पर घेरकर खड़े हो जाते हैं, जिसके चलते जाम लग जाता है।
ट्रैफिक पुलिस ने कई बिंदुओं पर कार्ययोजना बनाई
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कई बिंदुओं पर कार्ययोजना बनाई है। इसमके तहत शहर के 20 चौराहों व तिराहों पर ट्रैफिक लाइट्स लगाई गईं। फिर भी यातायात नियंत्रित नहीं हुआ। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि लोग नियमों के प्रति जागरूक नहीं है। अभियान चलाए जाने के बाद भी लोग सुधर नहीं रहे। क्वार्सी चौराहे, दुबे का पड़ाव चौराहा, कबरकुत्ता चौराहा जैसे व्यवस्ततम चौराहों पर वो लोग सबसे ज्यादा समस्या का कारण बनते हैं, जिन्हें बाईं ओर मुड़ना होता है। लोग रास्ते को घेरकर खड़े रहते हैं। ऐसे में पीछे खड़े वाहनों को भी निकलने की जगह नहीं बचती। कई बार तो ट्रैफिक पुलिसकर्मी खुद लोगों से पूछकर बाएं मुड़ने को कहते हैं। जब ग्रीन सिग्नत होता है, तब ही लोग आगे बढ़ते हैं। इससे उनका समय बर्बाद होता है। साथ ही संबा जाम लग जाता है।
इन चौराहों पर लाइट चालू
लोगों की सहूलियत को देखते हुए शहर के 12 चौराहों पर बाईं तरफ की लाइट को चालू किया गया है, जो हर वक्त ब्लिंक करती रहती है। यानी बाईं ओर बिना रुके मुड़ा जा सकता है। इनमें दुबे पड़ाव, तहसील चौराहा, क्वार्सी चौराहा, कलेक्ट्रेट तिराहा, ओएलएफ तिराहा, मसूदाबाद चौराहा, किशनपुर तिराहा, कबरकुत्ता तिराहा, एटा चुंगी, सेंटर प्वाइंट, मैरिस रोड, केला नगर चौराहे शामिल हैं।
टिर्री बिगाड़ रहीं यातायात की चालू
शहर में टिर्री चालकों ने पूरी यातायात व्यवस्था ध्वस्त कर रखी है। ये लोग न तो नियम मानते हैं। ना ही पुलिस से डरते हैं। बाजारों में गली संकरी हो, या चौराहों पर जाम लगा हो, टिर्री धड़ल्ले से घुस जाती हैं। जबकि पुलिसकर्मी इन पर मेहरबान रहते हैं। कागजों में इनके लिए प्लान तैयार कर जाते हैं। लेकिन, कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती।
लोगों के अंदर जागरूकता का अभाव है। इसीलिए बाईं ओर मुड़ने की बजाय कोने में खड़े रहते हैं। इससे पीछे वाले वाहन भी बाधित हो जाते हैं। लोगों को चाहिए कि अपने आसपास खड़े लोगों को इसके बारे में बताएं।
अर्जुन तोमर, सरोज नगर
शहर में जाम की विकट समस्या है। कार लेकर निकल जाएं तो पांच मिनट का रास्ता घंटों में तय होता है। ऐसे में लेफ्ट फ्री में अनभिज्ञ लोग परेशानी का सबब बनते हैं। पुलिस का विशेष जागरूकता अभियान चलाना चाहिए
सोनू सिंह, संगम विहार कालोनी
कई चौराहों पर लेफ्ट टर्न का रास्ता बना है। पुलिस ने कई बार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया है। लेकिन, लोग भूल जाते हैं। सिग्नल होने तक का इंतजार करते हैं। इस लापरवाही के चलते पूरा यातायात प्रभावित होता है।
- राहुल सिंह, किशनपुर
लेफ्ट फ्री न छोड़ने वाले लोग ही जाम का कारण बनते हैं। इनको पुलिस या कोई आम आदमी जानकारी भी दे तो अक्सर बहस करने लग जाते हैं। ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
- अमित सिंह, खिरनी गेट
अगर चौराहों पर किसी को बाएं मुड़ना है तो रुकने की जरूरत नहीं है। लोगों को इस संबंध में जागरूक किया गया है। कई बार पुलिसकर्मी खुद लोगों से पूछकर उन्हें जागरूक करते हैं। 12 चौराहों पर लेफ्ट फ्री के तहत लाइटें चालू की गई हैं। यहां बाईं ओर मुड़ने वालों को ग्रीन सिग्नल नजर आएगा। ऐसे में लेफ्ट फ्री सिग्नल का पालन करके सहयोग करें।
सतीश चंद्र, एसपी ट्रैफिक