आज न हुए जागरूक तो कल पानी को तरसेंगे अलीगढ़ के वाशिंदे
जागरूकता के लिए दैनिक जागरण चला रहा जलदान अभियान।
अलीगढ़ : पानी को बचाने के लिए जिले में पचास से अधिक तालाबों की खोदाई कराई गई। शहर में अभियान के तहत पानी की बर्बादी रोकने के लिए टोंटियां लगाई गई और लीकेज रोकी। शहर में रोजाना 16 लाख लीटर पानी बर्बाद होता है। भूगर्भ जल के अलावा पानी का कोई और स्रोत नहीं है। यह पानी आज नहीं रोका जाएगा तो आने वाले कल के लिए मुसीबत बन जाएगी। पानी को लेकर आज यदि जागरूक नहीं होंगे तो अलीगढ़ के वाशिंदे कल पानी को तरसेंगे। पानी की बर्बादी को रोकने के लिए दैनिक जागरण ने जलदान अभियान चलाया। अभियान के दौरान खुले में बहते पानी को रोकने के लिए 94 स्थानों पर टोंटियां लगाईं और 23 स्थानों पर लीकेज रोकी गई।
पहले दिन अभियान की शुरुआत खैर रोड स्थित नगला महताब में की गई। इसके बाद यह सिलसिला रुका नहीं है। टीम ने सुबह छह बजे पहुंचकर पानी की बर्बादी के हालात देखे। लोग बिना टोंटी के ही खुले में पानी बहा रहे थे। इस दौरान लोगों को समझाया गया कि वे टोंटी लगाकर ही पानी इस्तेमाल करें। बर्तन भरने के बाद उसे तुरंत हटा लें। यह अभियान मारवाड़ी मोहल्ला, बरौला जाफराबाद, देहली गेट चौराहा, खटीकान चौराहा, बारहद्वारी, उदय सिंह जैन रोड, चूहरपुर, रसलगंज, सराय रहमान, दानपुर कंपाउंड, अचल सरोवर के पास गिहारा बस्ती, पन्नागंज और दुबे के पड़ाव में चलाया गया। अभियान को लोगों ने सराहा भी। कहा कि नगर निगम में कई बार शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन अभियान की वजह से पानी की बर्बादी रुकी।
तालाब -पोखरों के सुंदरीकरण के लिए भेजा प्रस्ताव : निकाय क्षेत्रों में स्थित तालाब-पोखरों के सुंदरीकरण के प्रयास शुरू हो गए हैं। इसके लिए जिले की सभी नौ ग्राम पंचायतों व दो नगर पालिका परिषद अध्यक्षों ने बजट के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा है। निकाय क्षेत्रों में वर्तमान में कुल 60 पोखर -तालाब हैं। दस साल पहले यह संख्या 94 थी। नगर निगम क्षेत्र में 21 में से 15 पोखर हैं। छर्रा में सात में से छह, जलाली में चार में से तीन, इगलास में पांच, कौड़ियागंज में पांच में से दो, अतरौली में 11 में पांच, जंट्टारी में पांच, खैर में नौ में से आठ, हरदुआगंज में पांच में से तीन, बेसवां में चार में से तीन, पिलखना में तीन, विजयगढ़ में 15 में से दो पोखर बची हैं। ये भी बदहाल हैं। किसी पर कब्जे हो रहे हैं तो किसी की सफाई लंबे समय से नहीं हो सकी है। प्रशासन ने खोदे 50 से अधिक तालाब : मनरेगा के माध्यम से प्रशासन ने बड़े स्तर पर तालाब खोदाई का काम किया है। मई और जून महीने में जिले भर में 50 से अधिक तालाब खोदे गए हैं। डीएम और सीडीओ ने खुद फावड़ा संभाल कर खुदाई की थी। जनप्रतिनिधियों को भी इसमें शामिल किया गया। सभी ब्लॉकों पर अलग-अलग अफसरों की तैनाती कर तालाब खोदाई का काम हुआ था।