अलीगढ़ में तीन दिन में पंजीकरण नहीं हुआ तो निजी चिकित्सक अस्पतालों में डाल देंगे ताला
सीएमओ दफ्तर पर लगाया परेशान करने का आरोप कहा- महीनों में नहीं हो रहा पंजीकरण सीएमओ को सौंपेंगे चाबी।
जासं, अलीगढ़ : निजी चिकित्सकों ने एलान किया है कि अगर तीन दिन में उनके अस्पतालों का सालाना पंजीकरण नहीं हुआ तो सभी अस्पताल, क्लीनिक संचालक ताला डालकर चाबी सीएमओ को सौंप देंगे। बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रामघाट रोड स्थित निजी चिकित्सालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। चिकित्सकों ने सीएमओ कार्यालय पर रजिस्ट्रेशन के लिए परेशान करने का आरोप लगाया। चिकित्सकों ने कहा कि तीन से चार महीने के आनलाइन आवेदन के बाद भी सीएमओ कार्यालय से कोई भी जवाब नहीं मिलता है। जो काम 10 से 5 दिन में हो जाता था, उसको अब महीनों के लिए टाला जा रहा है। आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है, इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है।
उन्होंने कहा कि झोलाछापों को कार्यालय से पूरी छूट दी जा रही है, योग्य चिकित्सकों की सुनवाई नहीं हो रही है। अगर किसी पंजीकरण पर आपत्ति लगानी होती है तो वह एक महीने के अंदर लगा दी जाती है, यहां तीन महीने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलता है। चिकित्सकों ने निर्णय लिया है कि अगर तीन दिन में सीएमओ कार्यालय सभी सदस्यों के पंजीकरण नहीं कर देता है तो शहर के सभी चिकित्सक अपने क्लीनिक, अस्पताल, पैथोलाजी में ताला डाल देंगे। अगर मुसीबत के समय में शहर में माहौल खराब होता है तो इसकी जिम्मेदारी सीएमओ की होगी। पंजीकरण के लिए बेवजह चिकित्सकों को परेशान किया जा रहा है। हर चिकित्सक के पांच से छह लग चुके हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ के बाद भी कोरोना योद्धाओं के आदेशों की अवहेलना हो रही है। इस मौके पर अध्यक्ष डा विपिन गुप्ता, सचिव डा. भरत कुमार वाष्र्णेय, कोषाध्यक्ष डा. अभिषेक कुमार सिंह, डा. जयंत शर्मा, डा. आलोक कुलश्रेष्ठ, डा. विजय पाल, डा. अंजुला भार्गव, डा. संजय भार्गव, डा. अनूप कुमार, डा. आयुष कुमार,डा. नेहा त्यागी, डा. सुरभि अग्रवाल मौजूद रहे।