अलीगढ़ में जर्जर सड़कों से कानून व्यवस्था बिगड़ी तो तय होगी अधिकारियों की जवाबदेही
डीएम के बाद मंडलायुक्त ने भी शहर की बदहाल सड़कों पर जताई नाराजगी।
जासं, अलीगढ़ : डीएम के बाद मंडलायुक्त गौरव दयाल ने भी शहर की बदहाल सड़कों पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बदहाल सड़कों से आम जनता को परेशानी तो होती है, सरकार की छवि भी बिगड़ती है। शहर में खराब सड़कों की वजह से कानून व्यवस्था खराब होती है तो विभागीय अफसरों की जवाबदेही तय की जाएगी। पाइप पेयजल, स्मार्ट सिटी व नगर सीवरेज योजना के तहत खोदी गई सड़कों को दुरुस्त किया जाए।
गुरुवार को कमिश्नरी सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि विकास योजनाओं की प्रगति में अलीगढ़ मंडल ने अच्छा कार्य किया है, लेकिन रैंकिग के साथ यह भी महत्वपूर्ण है कि सरकारी योजनाओं के माध्यम से जनसामान्य को कितना लाभ हो रहा है। हमे संवेदनशीलता के साथ जनता की समस्याएं निपटानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कासगंज पुलिस लाइन में भवन निर्माण, अलीगढ़ में आइसीसीसी का निर्माण, अचलताल का सुंदरीकरण, आगरा बाईपास पुल का निर्माण जल्द पूरा किया जाए। बरसात से प्रभावित किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में क्षतिपूर्ति दिलाने के दावे जल्द भेजे जाएं। एटा में एसएनसीयू स्थापना के लिए प्रशासन जल्द भूमि उपलब्ध कराए। ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर सेवाओं की समीक्षा में पाया गया कि एटा में आवेदनों का समय सीमा के बाद निस्तारण किया जा रहा है, यह ठीक नहीं है। कौशल विकास मिशन के कोआर्डिनेटर ने बताया गया कि मंडल में 19333 के सापेक्ष 81 अभ्यर्थियों का पंजीकरण किया गया है। पशु पालन विभाग के उप निदेशक ने बताया कि मंडल में 40579 निराश्रित गोवंश को संरक्षित किए जाने के साथ ही सहभागिता योजना में 4886 गोवंश को पालने के लिए दिया गया है।
प्रदेश में चौथे स्थान पर मंडल : मंडलायुक्त ने बताया कि विकास कार्यों में अलीगढ़ मंडल प्रदेश में चौथे स्थान पर है। जिलों में प्रदेशभर में हाथरस पांचवें, अलीगढ़ छठवें, कासगंज 21वें व एटा 26वें स्थान पर है।