AMU के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर बोले, RSS का समर्थक मानकर मेरे ऊपर हो सकता है हमला Aligarh news
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने खुद व परिवार पर खतरे की आशंका जताई है।
अलीगढ़ [अलीगढ़] : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने खुद व परिवार पर खतरे की आशंका जताई है। कहा है कि असामाजिक तत्व व निष्कासित छात्र उन्हें आरएसएस, भाजपा और नागरिकता संशोधन कानून का समर्थक समझकर हमला कर सकते हैं। अगर असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई नहीं हुई और उनके चलते कोई घटना हुई तो पूरे देश में इसका प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि एएमयू संवेदनशील यूनिवर्सिटी है। परिवार पर भी खतरे की आशंका जताई है। कुलपति ने कार्रवाई के लिए एसएसपी को पत्र लिखा है, जिसकी प्रति डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, गृहमंत्री के निजी सचिव, एमएचआरडी के निजी सचिव, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार,कमिश्नर, डीआइजी व डीएम को भी भेजी है।
13 को खुलेगा कॉलेज
शुक्रवार को एसएसपी को भेजे पत्र में कुलपति ने कहा है कि यूनिवर्सिटी 13 जनवरी से खुलने जा रही है। असामाजिक तत्व कैंपस का माहौल खराब कर सकते हैं। इनमें कुछ पर क्रिमिनल केस हैं और जमानत पर हैं। ये लोग सोशल मीडिया पर भी माहौल खराब कर रहे हैं। धमकी दी गई कि है कि यूनिवर्सिटी खुलने पर कुलपति का जनाजा निकालेंगे। कैंपस से बाहर मुझे गद्दार बताकर मेरे सामाजिक बहिष्कार से जुड़े पोस्टर भी चस्पा किए गए थे, जिसकी छह जनवरी को अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट भी लिखाई गई थी। प्रो. मंसूर ने कहा है कि वे पहले ही राज्य व केंद्र सरकार को जानकारी दे चुके हैैं कि कैंपस में कुछ राजनीतिक तत्व भी माहौल बिगाडऩे में लगे हैं। पत्र में ये भी लिखा है कि हमने छात्र नेताओं से विचार कर लिया है कि कानून को लेकर आंदोलन लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्वक हो। 15 दिसंबर की घटना चिंताजनक है। इसकी जांच इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग कर रहा है।
छात्रों से कोई खतरा नहीं
कुलपति ने स्पष्ट किया है कि छात्रों से उन्हें कोई खतरा नहीं हैं। ये पत्र असामाजिक तत्वों को कंट्रोल करने के लिए लिखा गया है। छात्र शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं, इससे किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए। हम कैंपस का माहौल खराब नहीं होने देंगे।
धरना हटाने के लिए नोटिस
एएमयू में 15 दिसंबर को हुए बवाल के बाद से बाबे सैयद पर धरना चल रहा है। एएमयू के अनुसार यह अवैध है, क्योंकि प्रशासनिक भवन से 100 मीटर पहले है। 2019 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि 100 मीटर के दायरे में धरना प्रदर्शन नहीं हो सकता। प्रॉक्टर प्रो. अफीफुलाह खान के अनुसार छात्रों को बाबे सैयद से हटाने के लिए पहले जागरूक किया गया, फिर नोटिस दिए गए। आदेश के पोस्टर लगाए गए। आगे क्या कर सकते हैं, इसकी रणनीति बनाई जा रही है।
बिना चेकिंग के प्रवेश नहीं
प्रॉक्टर ने बताया कि यूनिवर्सिटी 13 जनवरी से खुलेगी। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। किसी को भी बिना चेकिंग के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वाहन पास बनाए जा रहे हैं।
पुलिस तैनात की जाएगी
एसएसपी आकाश कुलहरि का कहना है कि कुलपति के पत्र को लेकर शाम को डीएम के साथ कुलपति कार्यालय में बैठक हुई थी। इसमें सुरक्षा के हर पहलू पर बात हुई है। कुलपति आवास, रजिस्ट्रार ऑफिस पर पुलिस तैनात की जाएगी। कुलपति के साथ गनर पहले से ही है। असामाजिक तत्वों पर भी कार्रवाई की जाएगी।