मानव तस्करी.. मानवता शर्मसार
कार्यालय संवाददाता, अलीगढ़ : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज में गुरुवार को ही ट्वीट किया था कि ह
कार्यालय संवाददाता, अलीगढ़ : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज में गुरुवार को ही ट्वीट किया था कि हमने तीन भारतीय व सात नेपाली लड़कियों को केन्या से बचाया है, जो इस संगठित अपराध का शिकार हुई थीं। ऐसी न जाने कितनी लड़कियां हैं, जिन्हें अगवा कर दूसरे प्रांतों में बेच दिया गया और बेचा जा रहा है। दादों में उन्नाव की छात्रा की तस्करी का नया मामला नहीं है। अलीगढ़ में ऐसा पहला बड़ा मामला 2013 में सामने आया था। झारखंड से दिल्ली जा रही नॉन स्टॉप भुवनेश्वर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को चाइल्ड लाइन की सूचना पर 14 जून की रात स्टेशन पर रुकवाया गया था। छापामार कार्रवाई में आगे की बोगी से पुलिस ने दो महिलाएं, 16 किशोरी और सात किशोरों को बरामद किया था। इनमें ज्यादातर झारखंड के थे, जिन्हें दिल्ली भेजा जा रहा था। सालभर बाद ही एक और मामला प्रकाश में आया। इगलास के गांव दौलताबाद के दो लोग पश्चिम बंगाल के जिला साउथ थाना फलवा की दो युवतियों को अगवा कर लाए। एक की कहीं शादी करा दी। दूसरी को बाइक से लेकर जा रहे थे। मथुरा के थाना राया की चौकी बिचपुरी पर युवती ने शोर मचा दिया, एक आरोपी पकड़ा गया। बीते साल 30 मार्च को दिल्ली के तिलक नगर में 25 वर्षीय युवती का इगलास के गांव खेड़िया निवासी युवक ने अपहरण कर लिया और 50 हजार में बेच दिया। पुलिस ने लडकी को खेड़िया से बरामद किया। एक महिला समेत दो लोग गिरफ्तार हुए।
आरोपी जेल भेजे, मास्टर माइंड की तलाश
उन्नाव की छात्रा की तस्करी में आरोपी नगला मुंडा के पप्पू, सोमवीर व अंजू को जेल भेजने के बाद पुलिस मास्टर माइंड संजय और सोनू की तलाश में जुट गई है। धड़पकड़ के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। इंस्पेक्टर दादों अजय चाहर ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल बुधवार से स्विच ऑफ हैं। इनके रिश्तेदार, नजदीकियों से पूछताछ चल रही है। आरोपी जल्द ही गिरफ्तार होंगे। इंस्पेक्टर ने बताया कि पूर्व में जो दो-तीन शिकायतें इनके विरुद्ध आयी थीं, उनमें स्थानीय लोगों ने इनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर जांच करने की बात कही गई थी। मगर शिकायतकर्ता सामने नहीं आए।
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