कुंभ में भेजे गए होमगार्ड पाई-पाई को हैं मोहताज
कुंभ के लिए ड्यूटी में गए होमगार्ड वहां एक-एक रुपये के लिए मोहताज हैं। तीन माह से अतिरिक्त में लगे 98 होमगाड्र्स का दैनिक भत्ता नहीं मिला है।
हाथरस (जेएनएन)। कुंभ के लिए ड्यूटी में गए होमगार्ड वहां एक-एक रुपये के लिए मोहताज हैं। तीन माह से अतिरिक्त में लगे 98 होमगाड्र्स का दैनिक भत्ता नहीं मिला है। अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। कुंभ ड्यूटी में गए एक होमगार्ड ने बताया कि बिना वेतन दूसरे शहर में ड्यूटी करना मुश्किल हो रहा है। वहां परिवार भी परेशानी में है।
होमगार्ड के भरोसे थाने
जिले में पुलिस फोर्स की भारी कमी है। किसी थाने में पर्याप्त सिपाही नहीं हैं। ऐसे में पुलिस महकमा होमगाड्र्स के ही भरोसे है। लोकल ड्यूटी से लेकर चुनाव, वीआइपी ड्यूटी, मेला व अन्य आयोजनों में उनका ही सहारा होता है। यहां से राजस्थान चुनाव तक में होमगार्ड भेजे गए थे। होमगार्ड का दैनिक वेतन 500 रुपये है। पिछले साल हुई बढ़ोतरी से होमगार्ड खुश थे, लेकिन अब बजट का अभाव बताकर अक्टूबर से वेतन नहीं मिला है, जिस कारण घर चलाने में परेशानी हो रही है।
तीन माह से नहीं मिला दैनिक वेतन भत्ता
जिले में 10 कंपनी होमगार्ड स्वीकृत हैं। लेकिन, कुल 720 होमगार्ड हैं। इनमें लगभग 200 होमगार्ड अतिरिक्त हैं। अतिरिक्त होमगार्ड का तीन माह से दैनिक वेतन भत्ता अटका हुआ है। कुंभ में 98 होमगार्ड जिले से भेजे गए हैं। इनमें से आधे से अधिक अतिरिक्त वाले होमगार्ड हैं। वेतन भत्ता नहीं मिलने से बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बजट की थी समस्या
होमगाड्र्स के कमांडेंट एके सिंह का कहना है कि बजट की समस्या थी। इसलिए देरी हुई। अतिरिक्त में होमगाड्र्स का दो माह का वेतन रिलीज किया जा रहा है। एक-दो दिन में उनके खाते में पहुंच जाएगा।