हॉटस्पॉट क्षेत्र में होम डिलीवरी बंद दुकानदारों को प्रशासन ने जारी नहीं किए पास नहीं मिल रहा दूध ब्रेड Aligarh news
हॉटस्पॉट क्षेत्र में रोजेदारों को न तो दूध मिल रहा न ही अन्य खाद्य सामग्री। फलों से लेकर अन्य खाद्य सामग्री का भी टोटा है।
अलीगढ़ जेएनएन : हॉटस्पॉट क्षेत्र में रोजेदारों को न तो दूध मिल रहा, न ही अन्य खाद्य सामग्री। फलों से लेकर अन्य खाद्य सामग्री का भी टोटा है। होम डिलीवरी के लिए जिन 35 दुकानदारों को चिह्नित किया गया था, दैनिक जागरण ने उनके मोबाइल नंबर पर कॉल की। इनमें कई नंबर बंद मिले। कुछ ने उठाए नहीं। जिन्होंने उठाए, उनमें से कुछ ने होम डिलीवरी से साफ मना कर दिया। आरोप लगाया कि डिलीवरी के लिए उनके कर्मचारियों को प्रशासन ने वाहन पास ही जारी नहीं किए। जूनियर डॉक्टर के संक्रमित मिलने के बाद धौर्रामाफी को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया था। यहां 24 अप्रैल को होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई, ताकि रोजेदारों के लिए खाद्य वस्तुओं की कमी न रहे।
सोमवार को 10वां रोजा है। रोजेदार लॉकडाउन का पालन कर घरों में ही नमाज अदा कर रहे हैं। संक्रमण के बढ़ रहे मरीजों ने चिंता बढ़ा दी है। उस्मानपाड़ा, शाहजमाल से रसलगंज तक संक्रमण पहुंच गया है। टप्पल में भी एक महिला संक्रमित मिली है। डीएम ने रेड जोन में किसी प्रकार की ढील से इन्कार किया है। हॉटस्पॉट क्षेत्र में रोजेदार दूध, फल, ब्रेड, रस आदि के लिए परेशान हैं।
सरकारी राशन पहुंचाया घर-घर
जिला पूर्ति अधिकारी चमन शर्मा ने कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्र में घर-घर सरकारी राशन पहुंचाया गया है। 20 किलो गेहू व 15 किलो चावल हर राशनकार्ड धारक को दिए गए हैं।
उस्मानपाड़ा निवासी अब्दुल मुत्तलिब कुरैशी का कहना है कि रमजान माह चल रहा है। घर में दूध-दही की अधिक जरूरत होती है। बाहर जा नहीं सकते। होम डिलीवरी मिल नहीं रही।
मोहल्ला कुरैशियान निवासी मोहम्मद मिसका का कहना है कि प्रशासन ने होम डिलीवरी के लिए जिन दुकानों के नंबर दिए है। वे मिल नहीं रहे। बहुत से उठाते नहीं। कोई मना कर देता है।
धौर्रामाफी चौकी प्रभारी नहीं करने दे रहे होम डिलीवरी
क्वार्सी क्षेत्र के धौर्रामाफी चौकी प्रभारी पर होम डिलीवरी न करने देने का आरोप लगा है। फर्म संचालक मोहम्मद रिहान ने सिटी मजिस्ट्रेट को दिए गए पत्र में दारोगा पर चौथ वसूलने का आरोप भी लगाया है। धौर्रामाफी निवासी मोहम्मद रिहान की लिब्रा बाजार नाम से दुकान है। यह खाद्य वस्तुओं व अन्य घरेलू वस्तुओं को होम डिलीवरी करती है। चौकी प्रभारी अफसर ने भी उनसे घर की जरूरत का सामान मंगवाया। जिसका बिल 4700 रुपये था। आरोप है कि पहले तकादा करने पर पैसा देने में आनाकानी की। शिकायत-शिकवे का दौर चला तो पैसा दे दिए। इसी बीच लॉकडाउन का हवाला देकर चौकी प्रभारी ने उनकी दुकान को बंद करा दिया। रिहान ने आरोप लगाया है कि चौकी प्रभारी आए दिन धमकी दे रहे हैं। उधर, चौकी इंचार्ज ने रिहान से किसी प्रकार के विवाद से इन्कार किया है। थाना क्वार्सी प्रभारी छोटेलाल का कहना है कि रिहान की क्षेत्रीय लोगों ने ओवररेटिंग की शिकायत की थी। उनका प्रतिष्ठान हॉटस्पॉट क्षेत्र में है। थाने में उनके खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा भी है।