Hi Inflation: सुबह का नास्ता, नहाना धोना सब महंगा, ब्रांडेड कंपनियों ने घटाया वजन, आंकड़ों के साथ पढ़ें खबर
केंद्र सरकार ने दावा किया है कि जून की खुदरा महंगाई दर 7.01 प्रतिशत से गिरकर जुलाई में 6.71 प्रतिशत के स्तर पर आ गई है। क्या बाजार में ऐसा है? गुरुवार को बाजार में इसकी वास्तविकता पर नजर डाली।
अलीगढ़, मनोज जादौन। केंद्र सरकार ने दावा किया है कि जून की खुदरा Inflation दर 7.01 प्रतिशत से गिरकर जुलाई में 6.71 प्रतिशत के स्तर पर आ गई है। क्या बाजार में ऐसा है? गुरुवार को बाजार में इसकी वास्तविकता पर नजर डाली। पड़ताल में पता चला कि फास्ट मूबिंग गुड्स के उत्पादनों की जुलाई 2021 से अब तक दो बार एमआरपी बढ़ चुकी है। सुबह का नास्ता, दोपहर का खाना, नहाना धोना सबकुछ महंगा होता जा रहा है। ब्रांडेड कंपनियों ने बड़े ही चतुराई से नमकीन बिस्कुट के पैसा तो उतने ही रखे हैं, मगर उनका वजन घटा दिया है।
ज्यादातर सामानों पर बढ़ेे रेट
branded companies के दाल, चावल पर रेट लगातार चढ़ रहे हैं। खाद्य तेल ग्राहकों को एक बार फिर महंगा मिलने लगा है। फास्ट मूबिंग गुड्स यानि बाजारों में प्रतिदिन बहुत ही तेजी से बिकने वाले आयटम दूध, फल और सब्जियां, जूस, टायलेट पेपर, सोडा, वाशिंग पावडर , साबुन, टूथपेस्ट, सौंदर्य प्रसाधन का सामान दिनों दिन तेज हो रहा है। जिस ब्रेड की कीमत 22 रुपये थी, वह बाजार में अब तीस रुपये में मिल रही है। नहाने के नामचीन कंपनी का नहाने के चार साबुन वाले पैकेट 90 की जगह 120 रुपये में मिल रहा है। रस का 50 रुपये वाला पैकेट एक साल बाद ही 60 रुपये में मिल रहा है।
जुलाई 2021 की दर, जुलाई 2022 की दर
दाल, वर्ष 2021, अब
अरहर, 110, 120
उड़द धोबा, 120, 135
उड़द छिलका,110, 130
मूंग छिलका, 105, 120
मसूर साबुत, 95, 110
मसूर बिना छलका, 120, 130
मूंग धोबा, 120, 130
चना दाल, 80, 85
चना डालर, 130, 150
काला चना, 70,82
रमास, 100, 110
राजमा, 150, 190
नोट : ब्रांडेड कंपनियों के इन खाद्यान की कीमत रुपये प्रतिकिलो में
जुलाई 2021 की दर, जुलाई 2022 की दर
खाद्य तेल, वर्ष 2021, 2022
रिफाइंड ब्रांडेड पाउच, 155, 190
तेल सरसों एक लीटर, 180, 190
मूंगफली आयल, 185, 205
देशी घी, 480, 550
नोट : खाद्य तेल के दाम रुपये प्रतिलीटर में, देशी घी प्रतिकिलो में
खाद्य वस्तु के नाम, वष्र 2021, 2022
आटा रेट 10 किलो पैकेट, 375, 410
एक किलो में मैदा, 56, 60
एक किलो में सूजी, 56, 60
एक किलो में बेसन, 90, 110
नोट : दाम रुपये प्रतिकिलो में
चार टिक्का वाला लक्स,
सर्फ एक्सल एक किलो, 112, 134
रिन टिक्की एक दर्जन,
घड़ी सर्फ एक किलो, 58, 69
चाय टाटा गोल्ड ढाई सौ ग्राम, 120, 165
किसान सोस, एक किलोग्राम, 140, 165
रोजमर्रा में प्रयोग किए जाने वाले उत्पादनों की एक साल में 20 से 35 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। ब्रांडेड कंपनियों ने साल में दो बार एमआरपी बढ़ा दी है। कुछ कंपनियों ने स्कीम हटा दी हैं, वहीं बिस्कुट व नमकीन कंपनियों ने वजन तक कम कर दिया है। जिस परिवार का साढे सात हजार रुपये का सामान जाता था, उनके यहां 10 हजार रुपये तक का समान जा रहा है।
- अब्दुल हमीद खान, मालिक, फेयर प्राइस, स्वर्ण जयंती नगर
दैनिक उपयोग के सभी उत्पादनों पर रेट बढे हैं। सुबह के नास्ते से लेकर दिन रात का खाने के पैसा तक बढ गए हैं। ब्रांडेड कंपनियों का चावल पर एक साल मे 20 से 30 रुपये तक रेट बढे हैं। पहले एक माह में सात हजार रुपये का सामान आता था। अब साढे 10 हजार तक का आ रहा है।
- गीता गुप्ता, आर्केटेक्ट, स्वर्ण जयंती नगर