यहां के वाशिंदे दो किलोमीटर दूर से लाते हैैं पानी Aligarh news
तहसील इगलास क्षेत्र के कस्बा बेसवां के लोगों को मीठे पानी के लिए हर रोज कई किलो मीटर दूरी का सफर तय करना पड़ता है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। तहसील इगलास क्षेत्र के कस्बा बेसवां के लोगों को मीठे पानी के लिए हर रोज कई किलो मीटर दूरी का सफर तय करना पड़ता है। डार्क जोन में शामिल इगलास तहसील के इस कस्बे में भूजल स्तर करीब 100-110 फुट तो है पर यहां का पानी खारा है। घरेलू कार्यों में ही यह पानी उपयोग हो पाता है। 170 हैंडपंप और दो लाख लीटर क्षमता की पानी की टंकी छह हजार की आवादी वाले इस गांव की प्यास नहीं बुझा पा रही। करीब तीन दशक पुरानी पाइप लाइन जर्जर हैं। जगह-जगह से लीकेज हैं। इसके चलते दूषित पानी की सप्लाई होती है। ऐसे में दो ही विकल्प हैं, मीठा पानी खरीदें या फिर दूसरे गांवों से लाने की कवायद जारी रखें। प्रशासन फिलहाल इन्हें कोई राहत नहीं दिला पा रहा।
नलों से निकलने वाला पानी पीने योग्य नहीं
ग्रामीण राजवीर बताते हैं कि नलों से खारा पानी निकलता है जो पीने योग्य नहीं होता। मीठा पानी लेने के लिए धरणीधर पर जाना पड़ता है। वहां भी नलों पर काफी भीड़ होती है। मुनेष शर्मा का कहना है कि जब से होश संभाला है पानी के लिए जंग लड़ते आ रहे हैं। तपती धूप में पीने के पानी के लिए धरणीधर तक जाना पड़ता है। लोगों की सुविधा के लिए आज तक कोई सार्थक पहल नहीं की गई है।
मीठे पानी के प्रयास जारी
एसडीएम रेनू सिंह का कहना है कि इगलास क्षेत्र डार्क जोन में है। जहां मीठे पानी की समस्या है और जल निगम द्वारा पानी की टंकी बनाई गई है। आसपास के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां मीठा पानी उपलब्ध है। टंकी से पर्याप्त मीठा पानी मिले, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने नहीं दिया जवाब
बेसवां नगर पंचायत के चेयरमैन मनोज कुमार का कहना है कि जल निगम की टंकी खराब हो गई है। उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया है लेकिन वहां से जवाब मिलता है पैसा नहीं है। मीठे जल स्रोत वाले स्थानों पर ओवर हेड टैंक के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
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