हेलो सर, कोई दिक्कत तो नहीं, हम क्या मदद कर सकते हैं Aligarh News
हेलो सर अब आपकी तबीयत कैसी है? अगर कोई परेशानी है तो बताइए हम आपकी हर संभव मदद करेंगे। कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीजों पर ऐसा ही दिन में सुबह-शाम दो बार फोन पहुंच रहा है।
अलीगढ़ जेएनएन: हेलो सर, अब आपकी तबीयत कैसी है? अगर कोई परेशानी है तो बताइए, हम आपकी हर संभव मदद करेंगे। कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट मरीजों पर ऐसा ही दिन में सुबह-शाम दो बार फोन पहुंच रहा है। कंट्रोल रूम से इन मरीजों की सतत निगरानी हो रही है। मरीजों के साथ ही उनके स्वजनों के स्वास्थ्य के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। जिले में बिना लक्षण वाले 58 संक्रमित मरीज होम आइसोलेट हैं।
यह है व्यवस्था
जिला स्तर पर कोरोना कंट्रोल रूम संचालित है। इसमें हॉस्पिटलों की व्यवस्थाओं से लेकर मरीजों तक की निगरानी की जाती है। हर दिन मरीजों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट एकत्रित होती है। अब बिना लक्षणों वाले होम आइसोलेट मरीजों की प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के एकीकृत कंट्रोल रूम से निगरानी शुरू हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों को रोजाना सुबह-शाम फोन कर खैर खबर ले रही है। उनका हौसला बढ़ाने के साथ इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नियमित योग व शारीरिक दूरी कायम करने की सलाह दे रही है।
58 लोग हैं होम आइसोलेट
कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे पर सरकार ने बिना लक्षणों वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेशन की सुविधा दी है। होम आइसोलेशन के मानक निर्धारित किए हैं। मेडिकल टीम स्क्रीङ्क्षनग करने के बाद होम आइसोलेट की अनुमति देती है। बुखार, सांस व अन्य गंभीर लक्षण न होने पर ही अनुमति दी जाती है। जिले में 58 संक्रमित होम आइसोलेट हैं, जबकि सौ से अधिक क्वारंटाइन हैं। इन मरीजों की सात दिन तक निगरानी होती है। हर दिन ऑक्सीजन लेवल व बुखार का रिकॉर्ड कंट्रोल रूम से लिया जाता है।
मेडिकल टीम की स्क्रीङ्क्षनग के बाद ही संक्रमित को होम आइसोलेट की अनुमति दी जाती है। जिले में फिलहाल 58 लोग होम आइसोलेट हैं। इन सभी को सुबह-शाम कंट्रोल रूम से फोन किया जाता है। खांसी, बुखार, जुकाम व सांस फूलने जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल भर्ती किया जाता है।
स्मृति गौतम, कंट्रोल रूम प्रभारी