Hello Doctor : डॉक्टर साहब, सीढ़ी चढ़ते समय सांस फूलती है Aligarh News
सर्दी के साथ दमा व सांस रोगियों की तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसे में उन्हें धूल धुआं कोहरा या जिस भी चीज से एलर्जी हो उससे बचना चाहिए। इन्हेलर व दूसरी दवाएं नियमित रूप से लें।
अलीगढ़ [जेएनएन]। सर्दी के साथ दमा व सांस रोगियों की तकलीफ बढ़ जाती है। ऐसे में उन्हें धूल, धुआं, कोहरा या जिस भी चीज से एलर्जी हो, उससे बचना चाहिए। इन्हेलर व दूसरी दवाएं नियमित रूप से लें। यदि ज्यादा दिक्कत होने लगे तो डॉक्टर के पास जाने में बिल्कुल संकोच न करें। यह सलाह आगरा रोड स्थित राठी हॉस्पिटल की टीबी, चेस्ट एंड क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. रूबीना राठी ने दी। डॉ. रूबीना दैनिक जागरण के 'हेलो डॉक्टर' कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहीं थीं।
दो-तीन साल से खांसी के साथ नाक व आंख से पानी बहने की समस्या हो रही है। - रिजवान, फिरदौस नगर
-आप एलर्जी से त्रस्त लग रहे हैं। विशेषज्ञ से संपर्क कर जांच कराएं। नाक व फेंफड़े की दवा से रोग ठीक हो जाएगा।
25 साल से दमा का रोगी हूं। इन्हेलर व कैप्सूल ले रहा हूं। क्या यह ठीक है। - रतन कुमार, छर्रा
-इन्हेलर व कैप्सूल एक साथ लेना ठीक नहीं। अपने डॉक्टर से मिलकर निर्धारित खुराक के इन्हेलर या कैप्सूल लें।
सीढिय़ां चढ़ते ही सांस फूलने लगती है। काफी परेशान हूं। - अनिल, लोधा
-दो या तीन मंजिल तक सीढ़ी चढऩे-उतरने से सांस फूलती है तो यह सामान्य है। यदि दो-तीन सीढ़ी चढ़ते ही सांस फूलने लगे तो चिंता की बात है। हार्ट व फेंफड़ा की समस्या, खून की कमी या एलर्जी से भी सांस फूल सकती है। तुरंत, किसी विशेषज्ञ से मिलकर जांच कराएं।
मैं सांस का रोगी हूं। कई साल से इन्हेलर ले रहा हूं। क्या इन्हेलर के कोई साइट इफेक्ट हैं। - महेंद्र शर्मा, रामबाग कॉलोनी
-अस्थमा भी डायबिटीज व ब्लड प्रेशर की बीमारी जैसा ही है, इसमें दवा के जरिये बीमारी पर नियंत्रण रखा जाता है। अस्थमा व सांस रोगियों के लिए इन्हेलर या कैप्सूल किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें दवा को भाप के रूप में सांस के जरिये फेंफड़ों में पहुंचाते हैं, जिससे तुरंत आराम मिलता है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं।
पत्नी को सूखी खांसी रहती है। एक्स-रे व पीएफटी (फेंफड़े की जांच) रिपोर्ट सामान्य है। - अरविंद, बोनेर
-यह एलर्जी हो सकती है। ब्लड में सीबीसी की जांच कराएं। कई बार दवा खाने के दौरान पीएफटी रिपोर्ट सही नहीं आती, वह भी दोबारा करानी पड़ सकती है।
ये भी बरतें एहतियात
- सर्दी से बचाव करें।
- गर्म पानी व खाद्य वस्तुओं का सेवन करें
- गर्म पानी से ही नहाएं।
- बीड़ी-सिगरेट न पीएं।
- इन्हेलर व दवा का नियमित सेवन करें।
- कोहरे में बाहर न निकलें।
- धूल व धुआं से बचने के लिए मास्क लगाएं।
- खट्टी व ठंडी चीजों से परहेज करें।
- तला-भुना या ज्यादा तैलीय भोजन न लें।
इन्होंने भी लिया परामर्श
इगलास से बाबू सिंह, मदनलाल सिंघल, सारसौल से मीनू वशिष्ठ, लोधी पुरम से आलोक वाष्र्णेय, खैर रोड से ललित कुमार, दुबे का पड़ाव से किरन देवी, द्वारिकापुरी से प्रदीप सक्सेना, छर्रा अड्डा से रेखा शर्मा, तमोलीपाड़ा, बरला से कामिनी कौशल, बुढ़ासी से आसिफ राजपूत आदि।